लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और आखिरी चरण में शनिवार को 57 सीटों पर मतदान चल रहा है। सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हुई। शाम छह बजे तक मतदान चलेगा। इस बीच देशभर के लोगों को शाम के छह बजने का इंतजार है। इसकी वजह एग्जिट पोल है।
शाम के 6 बजे से टीवी चैनल एग्जिट पोल दिखाना शुरू करेंगे। इससे चार जून को आने वाले रिजल्ट के संकेत मिल जाएंगे। इस बात का इशारा हो जाएगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार केंद्र में अपनी सरकार बनाने जा रहे हैं या कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जयकार होने वाली है।
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे। तब तक, एग्जिट पोल अंतिम नतीजों की भविष्यवाणी करने का प्रयास करेंगे। इस बीच कांग्रेस ने शुक्रवार को घोषणा किया कि वह टीवी चैनलों पर किसी भी एग्जिट पोल बहस में हिस्सा नहीं लेगी। पार्टी ने एग्जिट पोल बहसों का बहिष्कार किया है। पार्टी का कहना है कि यह टीवी चैनलों द्वारा टीआरपी पाने के लिए की जाने वाली अटकलबाजी है।
एग्जिट पोल की भविष्यवाणी सत्य साबित होगी इसकी कोई गारंटी नहीं होती। कई मौकों पर एग्जिट पोल गलत साबित हुए हैं। हालांकि कई बार एग्जिट पोल की भविष्यवाणी सही भी साबित हुई है। आइए पिछले दो आम चुनावों में एग्जिट पोल के नतीजों की सटीकता पर नजर डालते हैं।
भारत में लोकसभा चुनाव 543 सीटों पर होते हैं। सरकार बनाने के लिए 272 सीटों का आंकड़ा चाहिए। लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने लगातार दूसरी बार जीत हासिल की। NDA 543 में से 353 सीटें जीतकर विजयी हुआ। भाजपा ने 303 सीटें जीतीं। कांग्रेस के नेतृत्व वाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) लगभग 93 सीटों पर सिमट गया।






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