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तेरापंथ धर्मस्थल में पंच दिवसीय संस्कार निर्माण शिविर का आयोजन

 


जानें अपने आत्मतत्व को: मुनि प्रशांत कुमार

गुवाहाटी। मुनि श्री प्रशांत कुमारजी, मुनि श्री कुमुद कुमारजी के सान्निध्य में पंच दिवसीय संस्कार निर्माण शिविर गत 24 से 28 जुलाई 2024 तक तेरापंथ महासभा के तत्वावधान में तेरापंथी सभा, गुवाहाटी ने आयोजित किया। इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री प्रशांत कुमारजी ने कहा नवकार मंत्र सभी मंत्रों का राजा है। नवकार मंत्र का जप करने से पिछले अनेक जन्मों के पाप कर्म क्षय होते हैं। मंत्रों की शक्ति अपार होती है। महापुरुषों का स्मरण करने से हमारे भावों में शुद्धि होती है। भाव शुद्धि ही साधना का सार होती है। प्रत्येक व्यक्ति के भीतर असीम शक्तियां हैं। हमें जीवन को सार्थक बनाने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। अपने आत्मतत्व को जानने का प्रयास करें। अपने भीतर के गुणों को विकसित करें। गुणों का विकास तभी होगा जब संस्कार का जुड़ाव हो जाए। संस्कारी व्यक्तित्व कितनों के लिए प्रेरक बन जाता है। संस्कार निर्माण शिविर के माध्यम से अपने जीवन को सम्यक दिशा में ले जाएं। भौतिकता के साथ धार्मिकता का भाव बढ़ना चाहिए। शिविर के माध्यम से प्राप्त संस्कारों को पुष्ट करते जाएं। गुवाहाटी तेरापंथी सभा ने अपने दायित्व का पालन करते हुए संस्कार निर्माण में सहयोगी बने हैं। तेयुप ने जागरूकता से कर्तव्य निभाया है। सुश्री निहारिका सिंघी ने अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए शिविरार्थियों को बहुत कुछ दिया है।


मुनि कुमुद कुमारजी ने कहा संस्कार निर्माण शिविर का आयोजन जीवन का निर्माण करने वाला है। जीवन में संस्कारों का विकास बहुत जरूरी है। परिवार के, समाज के, जैनत्व के, श्रावकत्व के संस्कार होने बहुत जरूरी है। एक श्रावक को जैनत्व की श्रावकत्व की जानकारी होनी नितांत आवश्यक है। नवकार मंत्र, सामायिक, भिक्षाचर्या का बोध रहे, जिससे स्वयं की साधना के साथ-साथ साधु की साधना में सहयोग बन सकें। प्रतिदिन चिंतन करना चाहिए मुझे अच्छा श्रावक बनना है फिर साधु बनने का भाव सदैव बना रहे।


कटक से समागत मुख्य ट्रेनर एवं प्रखर वक्ता सुश्री निहारिक सिंघी ने कहा कि हम अपने आप में पावरफुल हैं। हमें अपनी शक्ति को जागृत करना है। हर व्यक्ति अपने जीवन में विकास कर सकता है। हम कैसे बोलें, जिससे हमारी आंतरिक शक्ति बढ़े। इस शिविर में गुवाहाटी के अलावा नाहरलगुन, कोकराझार, नगांव आदि से लगभग 55 शिविरार्थी ने भाग लिया। श्रेष्ठ शिविरार्थी हर्ष छाजेड़ (कोकराझाड़), संस्कारी शिविरार्थी लोकेश भंसाली (गुवाहाटी), अनुशासित शिविरार्थी अर्हम् चौरड़िया (नगांव) के अलावा जिज्ञासु शिविरार्थी और आल राउंडर शिविरार्थी के रूप में क्रमश: यश भादानी (गुवाहाटी) एवं लक्ष्य सेठिया (कोकराझाड़) को मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस शिविर में ताराचंद ठोल्या, मनीष एवं श्रीमती रश्मि खाटुवाला, श्रीमती प्रियंका नाहटा, डॉ. पंकज पटावरी, श्रीमती तमन्ना जैन ने अपने सागरर्भित विचारों से शिविरार्थियों को व्यक्तित्व विकास, परिवार में तालमेल, सहनशीलता एवं शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक रूप से कैसे स्वस्थ रह सकते हैं, रोचक तरीके से प्रशिक्षण प्रदान किया।


शिविर में महासभा के उपाध्यक्ष विजय कुमारजी चोपड़ा, क्षेत्रीय शिविर संयोजक बजरंग कुमार सुराणा, सभाध्यक्ष बाबूलाल सुराणा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन जम्मड़, उपाध्यक्ष रायचंद पटावरी, मंत्री राजकुमार बैद ने विचार व्यक्त किए। शिविर में संयोजक राकेश श्यामसुखा, हेमन्त सेठिया, सह-संयोजक प्रमोद बैद, माणक जम्मड़ एवं जयंत सुराणा के साथ सभा के कार्यकारिणी सदस्य राजेश जमड़, तेयुप अध्यक्ष सतीश भादानी व टीम एवं सभी संघीय संस्थाओं का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन स्थानीय संयोजक हेमन्त सेठिया एवं धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ सहमंत्री राकेशजी जैन ने किया।

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