टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल तो आज की तारीख में हर कोई करता है। गर्मी के मौसम में लोग सिर्फ खूबसूरती नहीं बल्कि पसीने से राहत और ठंडक पाने के लिए भी इसका अधिक प्रयोग करते हैं। अगर आप भी टैल्कम पाउडर का अधिक प्रयोग कर रहे हैं तो संभल जाएं। WHO का दावा है कि टैल्कम पाउडर के अधिक प्रयोग से कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इसका प्रयोग कम से कम किया करें।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कैंसर रिसर्च के लिए कार्यरत इंटरनेशनल एजेंसी का कहना है कि टैल्कम पाउडर को लेकर अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि पाउडर का अधिक प्रयोग मनुष्यों में ओवेरियन ग्लैंड के कैंसर का कारण बन सकता है। इसका प्रमाण भी एजेंसी के पास है क्योंकि यह चूहों में होने वाले कैंसर से जुड़ा होता है। ऐसे में यह मानव कोशिकाओं में होने वाले कैंसर के लक्षणों को भी दिखाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एजेंसी ने टेल्कम के अधिक प्रयोग को लेकर लोगों को आगाह भी किया है।
टैल्क ज्यादातर नेचर के जरिए आसानी से पाया जाता है। यह ऐसा मिनरल है जिसका दुनिया भर में खनन किया जाता है। इसका प्रयोग अक्सर बेबी पाउडर बनाने के लिए किया जाता है। ऐसे में आपके बच्चों के लिए भी पाउडर का ज्यादा प्रयोग खतरे को बढ़ाता है। रिसर्च में कहा गया है कि अधिकांश लोग बेबी पाउडर या सौंदर्य प्रसाधनों के रूप में टैल्क का प्रयोग रोजाना करते हैं। इसमें कहा गया है कि टैल्क का सबसे बड़ा रिस्क तब है जब खनन या फिर कोई प्रोडक्ट बनाने के लिए होता है।
एजेंसी ने कहा है कि जननांगों पर टैल्क प्रयोग करने वाली महिलाओं में डिम्बग्रंथि के कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में इस बात के खतरे से इनकार नहीं कर सकते कि कुछ रिसर्च में पाउडर को कैंसर की समस्या उत्पन्न करने का कारक कहा जा सकता है।
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