गुवाहाटी। सामाजिक कार्यकर्ता एवं तेज तरार युवा नेता गौरव सोमानी ने आज दिसपुर पुलिस स्टेशन में श्रृंखल चालिहा के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करवाई है। सोमानी ने सूचित किया है कि 17/08/24 को फेसबुक पर एक वीडियो में चालीहा मारवाड़ी, भोजपुरी और बंगाली समुदायों के खिलाफ जहर उगला है। यह वीडियो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि चालिहा ने बिना किसी उकसावे के इन समुदायों को खुली धमकियां दी हैं। उन्होंने सभी सामाजिक, धार्मिक और सामुदायिक संगठनों, जिनमें चेम्बर ऑफ कॉमर्स भी शामिल हैं, को बंद करने की धमकी दी।
चालीहा ने व्यवसायी समुदाय के लिए यह भी कहा कि अगर उन्होंने उनकी मांगों का पालन नहीं किया तो वह उन्हें घुटनों पर लाने के लिए मजबूर कर देंगे और उन्होंने समुदाय को मूर्ख तक कहा। यह असम की समाजिक शांति और सौहार्द्र को खतरे में डालने का स्पष्ट प्रयास है।
मारवाड़ी समुदाय असम में पीढ़ियों से बसा हुआ है और असम की सामाजिक संरचना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। श्री चालीहा ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए असमिया और मारवाड़ी, भोजपुरी, बंगाली समुदायों के बीच द्वेष फैलाने की कोशिश की है। जो असम के सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने का एक स्पष्ट प्रयास है। ऐसी गतिविधियाँ असम की एकता और अखंडता के लिए खतरा हैं, और इसे जड़ से समाप्त करने की आवश्यकता है। मारवाड़ी समुदाय के सदस्य, असमिया समुदाय का भी गर्वित हिस्सा हैं। और इसे भाषा या जाति के नाम पर विभाजित नहीं किया जा सकता।
गौरव सोमानी ने आगे कहा कि श्रृंखल चालीहा ने एक गैर-जमानती अपराध किया है जो बहुत गंभीर प्रकृति का है और उन्होंने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द उसे गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई का आग्रह किया।
एफआईआर की एक प्रति असम पुलिस के डीजीपी जीपी सिंह और गुवाहाटी पुलिस आयुक्त दिगांतो बोरा को भेज दी गई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें