अमेरिकी सिंगर और डांसर लांस बास ने खुलासा किया है कि उन्हें आखिरकार टाइप 1.5 डायबिटीज का पता चला है। यह एक ऑटोइम्यून कंडीशन, इससे पहले उन्हें कई सालों तक गलत तरीके से टाइप 2 डायबिटीज का पता चला था। सिंगर ने बताया कि जब मुझे पहली बार पता चला, तो मुझे अपने ग्लूकोज के लेवल को कंट्रोस करने में मुश्किल हो रही थी, भले ही मैंने अपनी डाइट, अपनी दवाओं और अपने वर्कआउट रूटीन में मेंटेन किया हुआ था। फिर भी चीजें बस ठीक नहीं चल रही थीं। क्योंकि असली मुसीबत तो तब सामने आई जब सही बीमारी का पता चला। डॉक्टर्स ने लांस बास को बताया कि उनका गलत ट्रीटमेंट चल रहा था क्योंकि असल उनको डायबिटीज टाइप 1.5 है।
अडल्ट में LADA या लेटेंट ऑटोइम्यून मधुमेह के रूप में भी जाना जाता है। यह स्थिति टाइप 1 और टाइप 2 मधुमेह दोनों की विशेषताओं को शेयर करती है। एक्सपर्ट के अनुसार, LADA का निदान वयस्कता के दौरान किया जाता है और यह टाइप 2 मधुमेह की तरह धीरे-धीरे होता है। लेकिन टाइप 2 मधुमेह के विपरीत, LADA एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसे डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ भी इसे ठीक नहीं किया जा सकता है।
एक्सपर्ट का कहना है कि इस डायबिटीज़ के शुरुआती लक्षण और संकेत बेहद अस्पष्ट हैं। हालांकि इसके संकेत हैं:
बार-बार प्यास लगना
रात में भी पेशाब का ज्यादा आना
बिना किसी कारण के वजन कम होना
धुंधली दृष्टि और नसों में झुनझुनी
डॉक्टरों का कहना है कि टाइप 1.5 डायबिटीज आपके शरीर द्वारा पर्याप्त इंसुलिन का प्रोडक्शन नहीं करने के कारण होता है। इसकी शुरुआत धीरे-धीरे होती है, इसलिए टाइप 2 मधुमेह का इलाज करने वाली मौखिक दवा कम से कम शुरुआत में इसका इलाज करने के लिए काम कर सकती है। यदि आपको LADA है, तो आपको अक्सर निदान के पांच साल के भीतर इंसुलिन की आवश्यकता होगी। एक्सपर्ट के अनुसार, टाइप 1.5 डायबिटीज के लिए इंसुलिन ट्रीटमेंट पसंदीदा पद्धति है और खुराक प्रतिदिन बदल सकती है।
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