विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए 27 वर्षों बाद सत्ता में वापसी की है। इस चुनाव में भाजपा ने कुल 70 सीटों में से दोपहर 1 बजे तक 48 पर जीत या बढ़त हासिल की, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) को 22 सीटों पर जीत या बढ़त है।
इस चुनाव में सबसे बड़ी हार आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रही, जो नई दिल्ली विधानसभा सीट से भाजपा के प्रवेश वर्मा से पराजित हुए। इसके अलावा, आप के कई अन्य प्रमुख नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ा, जिससे पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
चुनाव के नतीजों से साफ है कि दिल्ली की जनता ने इस बार बदलाव को प्राथमिकता दी। भाजपा ने अपने चुनावी अभियान में विकास, बुनियादी ढांचे और प्रशासनिक सुधारों को केंद्र में रखा, जिससे मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने में सफलता मिली।
इस ऐतिहासिक जीत के साथ भाजपा 1998 के बाद पहली बार दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बदलाव से दिल्ली की राजनीति में एक नया दौर शुरू होगा, जिसमें पारंपरिक मुद्दों के साथ-साथ नए विकास मॉडल पर भी ध्यान दिया जाएगा।
वहीं, आम आदमी पार्टी के लिए यह परिणाम आत्ममंथन का विषय है। 2015 और 2020 में भारी बहुमत से सरकार बनाने वाली पार्टी को अब अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस हार के पीछे पार्टी की हालिया नीतियों और प्रशासनिक फैसलों को लेकर जनता की असंतुष्टि एक बड़ी वजह रही।
इस चुनाव के नतीजे दिल्ली की राजनीति के भविष्य को नए आयाम देने वाले साबित हो सकते हैं। अब देखना होगा कि भाजपा अपनी नई सरकार में किन प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाती है और आम आदमी पार्टी इस हार के बाद किस तरह से अपनी रणनीति को पुनर्गठित करती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें