गुवाहाटी: पूर्वोत्तर भारत, विशेषकर असम के हवाई संपर्क को सुदृढ़ और आधुनिक बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल के तहत, देश की प्रमुख विमान सेवा कंपनी इंडिगो एयरलाइंस ने कई नई उड़ानों और मार्गों की घोषणा की है। इन घोषणाओं से न केवल राज्य के भीतर यात्रा करना और अधिक सुविधाजनक होगा, बल्कि देश के अन्य प्रमुख हिस्सों से असम की दूरी भी काफी हद तक सिमट जाएगी।
दिल्ली से गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ के लिए सुबह की उड़ानें:
अब यात्री दिल्ली से सीधे सुबह-सवेरे गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ की ओर उड़ान भर सकेंगे। यह सुविधा विशेष रूप से व्यापारियों, सरकारी अधिकारियों, छात्रों और पर्यटकों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगी। इससे असम की दो प्रमुख नगरियों – गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ – के बीच संपर्क और मजबूत होगा।
गुवाहाटी-सिलचर मार्ग का पुनर्गठन:
गुवाहाटी और सिलचर के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए इस मार्ग पर उड़ानों का समय और फ्रीक्वेंसी पुनर्निर्धारित किया गया है। इससे बराक घाटी और ब्रह्मपुत्र घाटी के बीच बेहतर संपर्क स्थापित होगा।
गुवाहाटी-नवी मुंबई सीधी उड़ान:
शीतकालीन 2025–26 सत्र में शुरू होने जा रही गुवाहाटी-नवी मुंबई सीधी उड़ान असम और महाराष्ट्र के बीच एक नया पुल बनेगी। यह सेवा न केवल व्यापारिक गतिविधियों को बल देगी, बल्कि प्रवासी असमिया समुदाय के लिए भी राहत लेकर आएगी।
लीलाबाड़ी (उत्तर लखीमपुर) हवाई अड्डे से उड़ानों की योजना:
इंडिगो ने संकेत दिया है कि वह उत्तर लखीमपुर स्थित लीलाबाड़ी हवाई अड्डे से नियमित उड़ान संचालन शुरू करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। यह पहल ऊपरी असम और अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटे क्षेत्रों के लिए एक बड़ा वरदान साबित हो सकती है।
दिल्ली-जोरहाट सीधी उड़ान – सितंबर 2025 से:
लंबे समय से प्रतीक्षित दिल्ली-जोरहाट सीधी उड़ान सितंबर 2025 से शुरू होने की संभावना है। जोरहाट असम के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहरों में से एक है, और यह सेवा इसे देश की राजधानी से सीधे जोड़ देगी।
इन सभी पहलों के पीछे असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा की दूरदृष्टि और समयबद्ध प्रयासों की प्रमुख भूमिका रही है। उन्होंने लगातार केंद्र सरकार, नागर विमानन मंत्रालय और निजी एयरलाइनों के साथ समन्वय करते हुए असम को एकीकृत और आधुनिक हवाई परिवहन प्रणाली की ओर अग्रसर किया है।
मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, "हमारा लक्ष्य पूर्वोत्तर भारत को भारत के हर कोने से जोड़ना है। इंडिगो जैसी एयरलाइंस के साथ मिलकर हमने यह सुनिश्चित किया है कि असम हवाई नक्शे पर मजबूती से उभरे। आने वाले समय में और भी नए मार्गों और उड़ानों की घोषणा की जाएगी।"
पर्यटन, व्यापार और समावेशी विकास को मिलेगा बल:
इन नई उड़ानों और मार्गों से असम में पर्यटन, व्यापार और औद्योगिक विकास को नई गति मिलेगी। काजीरंगा, माजुली, कामाख्या मंदिर, और तेजपुर जैसे पर्यटन स्थलों तक पहुंच और अधिक सहज होगी। साथ ही, चाय उद्योग, हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र, और शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी गतिविधियों को भी नई उड़ान मिलेगी।
इंडिगो की यह घोषणा असम को देश के अन्य हिस्सों से और भी अधिक जोड़ने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम साबित हो सकती है। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा के नेतृत्व में राज्य जिस तरह से अवसंरचनात्मक सुधारों को अपना रहा है, वह असम को पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार और एक प्रगतिशील हवाई केंद्र बनाने की दिशा में अहम साबित होगा।
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