लखीमपुर से ओम प्रकाश तिवाड़ी और राजेश राठी की रिपोर्ट
लखीमपुर। लखीमपुर जिले में आज पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित तरीके से सम्पन्न हुआ, जहां जिले के 81 ग्राम पंचायत, 81 क्षेत्रीय पंचायत और 19 जिला परिषद सीटों के लिए कुल 1,036 मतदान केंद्रों पर लगभग 70% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए उत्तर लखीमपुर और धकुवाखाना अनुमंडलों में कुल 6,608 प्रिसाइडिंग व पोलिंग अधिकारियों की नियुक्ति की गई थी। लेकिन जहां एक ओर समूचे जिले में शांतिपूर्ण मतदान की मिसाल देखने को मिली, वहीं दूसरी ओर जिले के दूरवर्ती क्षेत्र घुनासुती स्थित 13 नंबर मिरी जियोरी हाई स्कूल मतदान केंद्र से एक अत्यंत आपत्तिजनक और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई, जिसने लोकतांत्रिक मर्यादाओं को गहरी चोट पहुंचाई। पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी गंगा सिंह ताय ने मतदान करने के तुरंत बाद अपने मतपत्र की फोटो खींचकर उसे सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से साझा कर दिया, और साथ ही यह भी बताया कि उन्होंने "कमल फूल" चुनाव चिन्ह को वोट दिया है। यह कृत्य चुनाव आयोग की स्पष्ट गाइडलाइनों के प्रतिकूल है, जो मतदाता की गोपनीयता को सर्वोपरि मानती हैं। मतपत्र की तस्वीर लेना और उसे सार्वजनिक करना न केवल चुनावी नियमों का उल्लंघन है, बल्कि भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत दंडनीय अपराध भी है। इस घटना से मतदान केंद्र पर तैनात अधिकारीगण हैरान रह गए, जबकि सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल होने के बाद आम जनता में तीव्र नाराजगी और चिंता की लहर दौड़ गई। प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच आरंभ कर दी है और संबंधित प्रत्याशी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया प्रगति पर है। यह घटना न केवल निर्वाचन प्रक्रिया की गरिमा को ठेस पहुंचाती है, बल्कि यह भी रेखांकित करती है कि चुनाव की पवित्रता को बनाए रखना केवल प्रशासन का दायित्व नहीं, प्रत्याशियों और मतदाताओं की भी समान नैतिक जिम्मेदारी है।
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