हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 12 जून 2025 को लखीमपुर में "विश्व बाल श्रम निषेध दिवस" का आयोजन किया गया। इस वर्ष दिवस की थीम थी: "प्रगति स्पष्ट है, लेकिन अभी और करना बाकी है: चलिए प्रयासों को तेज करें।" इस थीम को ध्यान में रखते हुए लखीमपुर जिले के विभिन्न सरकारी विभागों के साथ-साथ "असम सेंटर फॉर रूरल डेवलपमेंट (ACRD)" नामक एक स्वयंसेवी संगठन ने कार्यक्रम में भाग लिया।
इस अवसर पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों जैसे दुकानों, बाजारों, धार्मिक स्थलों आदि में बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता सभाओं का आयोजन किया गया। इन सभाओं में बाल श्रम के पीछे मौजूद कारणों जैसे—गरीबी, शिक्षा की कमी, सामाजिक परंपराएं आदि पर चर्चा की गई, साथ ही बाल श्रम को कैसे समाप्त किया जा सकता है, इस पर भी विचार-विमर्श हुआ।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला श्रम अधिकारी भास्वती गोगोई, जिला श्रम निरीक्षक तन्मय गोस्वामी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव प्रसेंजीत दास, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की सदस्य जॉनमनी बरूआ, चाइल्डलाइन 1098 की जिला समन्वयक श्यामलीना हजारिका एवं ACRD के जिला परियोजना समन्वयक राजा पादी ने भाग लिया।
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