बिना कोचिंग, बिना ट्यूशन NEET और JEE में शानदार प्रदर्शन कर पाए मेडिकल और इंजीनियरिंग दोनों में स्थान; भारत सरकार का प्रतिनिधित्व कर अंतरराष्ट्रीय जैव ओलंपियाड में चमके लखीमपुर के गौरव, आरोहन तिवारी
लखीमपुर से प्रेरणा की उड़ान: PM श्री केंद्रीय विद्यालय के छात्र की असाधारण उपलब्धियाँ
उत्तर-पूर्व भारत के एक छोटे से कस्बे उत्तर लखीमपुर से निकलकर देश और दुनिया में अपनी मेधा, परिश्रम और अनुशासन के दम पर सफलता की ऊंचाइयां छूने वाले आरोहन तिवारी आज लाखों विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का पर्याय बन चुके हैं। PM श्री केंद्रीय विद्यालय, उत्तर लखीमपुर के छात्र आरोहन ने NEET UG 2025 में 98.06 पर्सेंटाइल स्कोर कर असम के प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में MBBS सीट सुरक्षित की और साथ ही JEE Main 2025 में 97.95 पर्सेंटाइल स्कोर कर NIT सिलचर में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में प्रवेश पाया। यह उपलब्धियाँ विशेष इसलिए हैं क्योंकि ये सब उन्होंने किसी भी कोचिंग या निजी ट्यूशन के बिना, केवल आत्म-अध्ययन से हासिल कीं। यह सिद्ध करता है कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और आत्मविश्वास अडिग, तो संसाधनों की कमी भी राह नहीं रोक सकती।
कक्षा 1 से 12वीं तक PM श्री केंद्रीय विद्यालय में पढ़े आरोहन न केवल पढ़ाई में अव्वल रहे, बल्कि नेतृत्व क्षमता और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भी हमेशा आगे रहे। वे विद्यालय के निर्विरोध रूप से चयनित स्कूल कैप्टन रहे और उन्होंने युवा संसद अध्यक्ष के रूप में प्रभावशाली भूमिका निभाई। सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं, विज्ञान प्रदर्शनी, वाद-विवाद, भाषण कला और अन्य गतिविधियों में भी वे अग्रणी रहे, जिससे उनकी व्यक्तित्व बहुआयामी रूप में उभर कर सामने आई।
उनकी शैक्षणिक उपलब्धियाँ भी अत्यंत प्रेरणादायक रही हैं। कक्षा 10 (CBSE 2023) में उन्होंने 97.8% अंक प्राप्त कर विद्यालय में शीर्ष स्थान प्राप्त किया, जिसमें विज्ञान में 100, गणित में 99, सामाजिक विज्ञान में 99, हिंदी में 95 तथा अंग्रेज़ी में 94 अंक अर्जित किए। वहीं कक्षा 12 (CBSE 2025) की परीक्षा में उन्होंने 97.2% अंकों के साथ विद्यालय में सर्वोच्च तथा KVS गुवाहाटी रीजन में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस परीक्षा में उन्होंने रसायन विज्ञान में 100, जीवविज्ञान में 98, भौतिकी में 96, गणित में 94 और अंग्रेज़ी में 98 अंक प्राप्त किए।
प्रतियोगी परीक्षाओं में भी आरोहन का प्रदर्शन अत्यंत प्रभावशाली रहा। NEET में शानदार प्रदर्शन के अलावा उन्होंने CEE Assam 2025 में राज्य रैंक 45 प्राप्त की। NERIST की NEE-II परीक्षा में उन्होंने अखिल भारतीय रैंक 4 प्राप्त कर यह दिखा दिया कि वे तकनीकी शिक्षा में भी समान रूप से दक्ष हैं। IISER Aptitude Test 2025 में उन्होंने सभी IISER संस्थानों में प्रवेश के लिए आवश्यक अंक प्राप्त कर यह साबित कर दिया कि विज्ञान की विभिन्न शाखाओं में उनकी पकड़ गहरी है।
उनकी प्रतिभा को अंतरराष्ट्रीय पहचान तब मिली जब केंद्रीय विद्यालय संगठन मुख्यालय (KVS-HQs) द्वारा आयोजित चयन प्रक्रिया में वे पूरे भारत से चयनित चार छात्रों में शामिल हुए और भारत सरकार के प्रतिनिधि के रूप में उज़्बेकिस्तान के बुखारा में आयोजित AVICENNA International Biology Olympiad 2024 में भाग लेने के लिए चयनित हुए। यह गौरव देशभर के केंद्रीय विद्यालयों में से केवल चार विद्यार्थियों को प्राप्त हुआ, जिसमें आरोहन तिवारी का नाम भी शामिल था।
यह समस्त सफलता केवल उनकी मेहनत और मेधा का परिणाम नहीं, बल्कि उनके परिवार की शिक्षा, नैतिक मूल्य और समर्थन का भी प्रतिफल है। वे लखीमपुर निवासी श्री ओमप्रकाश तिवारी एवं श्रीमती अर्चना तिवारी के सुपुत्र तथा स्व. रंगनाथ तिवारी एवं श्रीमती सुंदरमणि देवी के पौत्र हैं। उनके व्यक्तित्व को आकार देने में उनके परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने विद्यालय के सभी शिक्षकों और प्राचार्य को दिया है। साथ ही उन्होंने समय-समय पर मार्गदर्शन देने वाले अपने चाचा ब्रहमेश्वर नाथ तिवारी, जयप्रकाश तिवारी, चाची रश्मि रंजन तथा रेनू तिवारी के प्रति भी गहरा आभार व्यक्त किया।
आरोहन की यह यात्रा इस सच्चाई को सिद्ध करती है कि जब समर्पण, अनुशासन और आत्मविश्वास साथ हों, तो कोई भी मंज़िल असंभव नहीं। उनकी सफलता आज के युवाओं के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि आत्म-अध्ययन, दृढ़ निश्चय और निरंतर प्रयास के माध्यम से कोई भी ऊंचाई प्राप्त की जा सकती है। आरोहन तिवारी न केवल उत्तर लखीमपुर, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व और प्रेरणा का प्रतीक बन चुके हैं।
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