पूजा माहेश्वरी
नगांव। नगांव शहर के एक प्रमुख और ऐतिहासिक व्यापारिक क्षेत्र ढाकापट्टी को अब रुपकुंवर चौक के नाम से जाना जाएगा। यह निर्णय असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व शर्मा के निर्देश पर लिया गया है। नाम परिवर्तन की इस प्रक्रिया में नगांव-बटद्रवा विधानसभा क्षेत्र के विधायक रूपक शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
जिला आयुक्त देवाशीष शर्मा ने मंगलवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में इस आशय की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह नामकरण रुपकुंवर ज्योति प्रसाद अग्रवाला की स्मृति में किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ज्योति प्रसाद अग्रवाला की प्रतिमा से लेकर चैतन्य भंडार तक का सम्पूर्ण क्षेत्र अब रुपकुंवर चौक के नाम से जाना जाएगा। इसके आगे का हिस्सा पूर्ववत बड़ा बाजार के नाम से ही जाना जाएगा।
स्थानीय व्यापारियों से अनुरोध
जिला प्रशासन ने क्षेत्र के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों से आग्रह किया है कि वे अपने दुकानों और संस्थानों के साइनबोर्ड में क्षेत्र का नया नाम "रुपकुंवर चौक" अवश्य अंकित करें, ताकि आमजन में नाम परिवर्तन की जानकारी प्रसारित हो और नया नाम अपनी पहचान बना सके।
दीप प्रज्वलन और जनसमागम
नामकरण के उपलक्ष्य में आज शाम रुपकुंवर ज्योति प्रसाद अग्रवाला की प्रतिमा के समीप एक आयोजन किया गया, जहाँ सैकड़ों लोग एकत्र हुए और दीप प्रज्वलित कर अग्रवाला को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर क्षेत्र के लोगों में गर्व और उत्साह की लहर देखी गई। स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने इस पहल का स्वागत करते हुए विधायक रूपक शर्मा का सार्वजनिक सम्मान किया।
गणमान्य लोगों की उपस्थिति
इस आयोजन में नगांव नगर पालिकाध्यक्ष अंबिका मजुमदार, नगरपालिका उपाध्यक्ष सीमांत बोरा, मारवाड़ी सम्मेलन नगांव शाखा के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में समाजसेवी, व्यापारी, स्थानीय नेता और आमजन उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में कहा कि इस निर्णय से नगांव शहर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को नई ऊर्जा मिली है।
सांस्कृतिक विरासत को समर्पित पहल
ज्ञात हो कि ज्योति प्रसाद अग्रवाला असम के महान स्वतंत्रता सेनानी, कवि, नाटककार और फिल्म निर्माता थे, जिन्हें 'रुपकुंवर' के नाम से भी जाना जाता है। नगांव में उनके नाम पर चौक का नामकरण कर राज्य सरकार ने उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है।
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