वास्तु शास्त्र के अनुसार तिजोरी केवल धन रखने की जगह नहीं है, बल्कि यह घर में धन ऊर्जा का केंद्र होती है। यदि तिजोरी सही दिशा में रखी जाए और सही दिशा की ओर उसका मुँह हो, तो धन का प्रवाह स्वतः ही सकारात्मक हो जाता है।
तिजोरी रखने के लिए सबसे शुभ स्थान
विशेष वास्तु ग्रंथों के अनुसार, जिनमें राजवल्लभ और 45 देवता मंडल भी शामिल हैं, तिजोरी के लिए कुछ विशेष दिशा क्षेत्र अत्यंत शुभ माने गए हैं। इनमें उत्तर दिशा सबसे प्रमुख है। यह दिशा धन, अवसर और स्थिरता से जुड़ी होती है।
यदि उत्तर में स्थान न हो, तो क्या करें?
यदि किसी कारणवश उत्तर दिशा में तिजोरी नहीं रखी जा सकती, तो पश्चिम दिशा में भी इसे रखा जा सकता है — बशर्ते उसका मुँह उत्तर की ओर हो।
वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार तिजोरी रखने के लिए कुछ विशेष दिशाएं और पद अत्यंत शुभ माने गए हैं।
● पूर्व दिशा में जयंत और आर्यमा पद,
● पश्चिम दिशा में पुष्पदंत और वरुण पद
● उत्तर दिशा में सोम, भल्लाट, मुख्य और भूधर, पद को आर्थिक दृष्टिकोण से अनुकूल माना गया है।
● दक्षिण दिशा में स्थित गृहस्थ, भृंगराज, इन्द्र, इन्द्रजय और वृषभ पदों का उल्लेख भी वास्तु ग्रंथों में मिलता है
तिजोरी रखने के लिए कुछ खास सुझाव
● तिजोरी के पास कचरा, गंदगी या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण न रखें।
● तिजोरी में दवाइयाँ या कोई नकारात्मक वस्तु नहीं रखनी चाहिए।
● तिजोरी का मुँह उत्तर या पूर्व की ओर होना चाहिए।
रंग और ऊर्जाएं भी हैं महत्वपूर्ण
तिजोरी रखने वाले स्थान पर हल्के रंग, जैसे सफेद, क्रीम या हल्का पीला रंग, ऊर्जा को स्थिर बनाते हैं। साथ ही सप्ताह में एक बार उस स्थान पर कपूर या लौंग जलाना सकारात्मक ऊर्जा को सक्रिय करता है। गोल्डन कलर का उपयोग भी शुभ होता है।
जीवन में परिवर्तन ला सकती है सही दिशा
तिजोरी का वास्तु दोष दूर करने से न केवल धन की रुकावटें समाप्त होती हैं, बल्कि मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह और काम में अड़चनें भी धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं। जब धन का प्रवाह सही दिशा से होता है, तो जीवन में स्थिरता, समृद्धि और आत्मविश्वास तीनों का विकास होता है।
रिपोर्ट: देवकी नंदन देवड़ा
मो. 9377607101
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