मुख्यमंत्री ने रवींद्रनाथ ठाकुर विश्वविद्यालय के सर जगीश चंद्र बोस परिसर को होजाई की जनता को समर्पित किया
मुख्यमंत्री ने डबका में गीता आश्रम में नवनिर्मित हॉल का उद्घाटन किया व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीराबेन मोदी की प्रतिमा का अनावरण किया
रमेश मुन्दड़ा
होजाई। होजाई जिले में मंगलवार को उत्सव का माहौल रहा, जब हजारों महिलाएं मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता आचोनी (एमएमयूए) के तहत वित्तीय सहायता की पहली किस्त प्राप्त करने के लिए एकत्रित हुईं। यह योजना राज्य भर के स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से जुड़ी महिलाओं को सहायता प्रदान करती है। होजाई के श्रीमंत शंकरदेव नगर स्थित जिला मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में चेक वितरित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि इस पहल से
होजाई ज़िले में एक बड़ा आर्थिक परिवर्तन आएगा क्योंकि हज़ारों महिलाओं को एमएमएमयूए सीड फ़ंड प्राप्त हुआ है, जिससे ज़िले में आर्थिक बदलाव आएगा। आम जनता को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि इस वर्ष होजाई ज़िले के लगभग 31,910 लाभार्थी लाभान्वित होंगे, जिनमें से प्रत्येक को पहली किस्त के रूप में 10,000 रुपये मिलेंगे। उन्होंने कहा कि यह योजना महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा आने वाले वर्षों में सहायता राशि बढ़ेगी—दूसरे वर्ष में 25,000 रुपये, जिसमें बैंकों से 12,500 रुपये और ब्याज सरकार द्वारा वहन किया जाएगा, और तीसरे वर्ष में 50,000 रुपये। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर तक राज्य भर के सभी 126 विधानसभा क्षेत्रों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। उन्होंने लाभार्थियों से आग्रह किया कि वे इस धनराशि का उपयोग छोटे व्यवसायों, पारिवारिक उपक्रमों या सामूहिक उद्यमों में करें जिससे परिवारों के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मज़बूती मिल सके।
श्रीमंत शंकरदेव नगर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत और उनके सवालों के जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा समाज के समग्र विकास में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि सभी चल रही विकास परियोजनाएँ निर्धारित समय के भीतर पूरी की जाएँगी। मदनी से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने पूछा कि मदनी कौन हैं? क्या मदनी भगवान हैं? मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसी से नहीं डरती।
इसके बाद, मुख्यमंत्री सरमा ने डबका स्थित गोपाल मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने गीता आश्रम में नवनिर्मित हॉल का उद्घाटन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीराबेन मोदी की प्रतिमा का भी अनावरण किया।
इसके बाद, मुख्यमंत्री ने सर जगदीश चंद्र बोस परिसर को होजाई की जनता को समर्पित किया। गौरतलब है कि यह होजाई के सागर बस्ती में 57.34 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित रवींद्रनाथ ठाकुर विश्वविद्यालय का नवनिर्मित परिसर है।
छात्रों को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर और सर जगदीश चंद्र बोस दो ऐसे महापुरुष हैं जिन्होंने भारत को आकार दिया। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ियों को इन महान हस्तियों के विचारों का अनुकरण करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि रवींद्रनाथ ठाकुर विश्वविद्यालय अपनी एक अलग विरासत स्थापित करेगा और असम में अग्रणी शैक्षणिक संस्थान बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं प्रत्येक छात्र की आँखों में असम का उज्ज्वल भविष्य देखता हूँ और यह हमारा कर्तव्य है कि शिक्षा समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुँचे।
मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के विकास के लिए ₹ 50 करोड़ की निधि और विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय राजमार्ग से सीधे जोड़ने वाली नई सड़क की भी घोषणा की।
कार्यक्रम के दौरान, शिक्षा मंत्री रनोज पेगू, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री केशब महंत, काजीरंगा लोकसभा क्षेत्र के सांसद कामख्या प्रसाद तासा, होजाई के विधायक रामकृष्ण घोष, लामडिंग के विधायक सिबू मिश्रा, पूर्व विधायक शिलादित्य देव, जिला आयुक्त विद्युत विकास भगवती, रवींद्रनाथ ठाकुर विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रोफेसर मानवेंद्र दत्त चौधरी के साथ कई अन्य अतिथि उपस्थित थे।
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