गुवाहाटी. भारतीय वायु सेना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सूर्य किरण एयर शो मे भारतीय वायु सेना के रोमांचक भरे करतब देखने के लिए गुवाहाटी के चारों ओर से जनसैलाब लाचित घाट व ब्रह्मपुत्र नद के अन्य घाटो की ओर उमड पड़ा। इस दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालन करने के लिए गुवाहाटी यातायात पुलिस ने कई दिशा निर्देश जारी किए थे। फिर भी उमडे जन सैलाब ने यातायात अधिकारियों की नींद उड़ा दी। विष्णुपुर, शराब भट्टी, रेहाबाडी, पलटन बाजार, पान बाजार आदि इलाकों के लोग परिवार सहित पैदल ही ब्रह्मपुत्र नदी के तट की ओर निकल पड़े। दोपहर के 12 बजते ही नगर की सारी सडके जन सैलाब से पट गई। वाहनों को चलाना अति दूर हो गया। विष्णुपुर मोड पर 2 घंटे से जाम में फंसी श्रीमती चंदा मिश्र ने इस संवाददाता को बताया कि वह चाबी पुल से बैटरी रिक्शा लेकर मानपाडा जा रही थी। लेकिन विष्णुपुर मोड तक आते-आते ही उन्हें डेढ़ घंटे तक जाम में ही फैंसा रहना पडा। चाबी पुल से फाटाशील तक भयंकर जाम लग गया। विष्णुपुर से फाटशील पुलिस थाने की ओर से धीरेन पड़ा जाने वाला रास्ता भी जाम हो गया। फाटाशील चाराली के जाम में फंसे महेश डागा ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि एयर शो जितना अधिक सफल हुआ है। गुवाहाटी की यातायात व्यवस्था उतनी ही चरमरा गई है। जिस कुमारपाडा पांचाली ओर फाटीशील चाराली पर चार पांच यातायात पुलिस कर्मी तैनात रहते थे। उस पर आज एक भी यातायात पुलिस दिखाई नहीं दिया। पैदल चलने वालों को रेंग रेंग कर आगे बढ़ाना पड़ रहा था। गांधी बस्ती की संतोष काबरा ने बताया कि वह गांधी बस्ती से दुपहिया वाहन से तीन नंबर रेल गेट तक पहुंचने में डेढ़ घंटे से भी ज्यादा समय लग गया। जाम के चलते फैंसी बाजार घाट तक पहुंच ही नहीं पाई। मारवाड़ी हॉस्पिटल के पास जाम में फंसे एक राहगीर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह अपने परिवार व बच्चों के साथ पैदल ही ब्रह्मपुत्र नद के तट की और शो देखने के लिए निकल पड़े हैं। लेकिन हमें जिस गति से आगे बढ़ रहे हैं हमें नहीं लगता कि हम ब्रह्मपुत्र नद के तट पर सही समय पर पहुंच पाएंगे। नीरज जैन ने कहा कि हम वीरूबाड़ी से बैटरी रिक्शा के द्वारा परिवार सहित फैंसी बाजार घाट की ओर निकले लेकिन हम पूरे शो के दौरान घाट तक नहीं पहुंच पाए। और बेटरी रिक्शा में बैठे बैठे ही रास्ते में उड़ते हुए हवाई जहाज को देखते रहे। यही हाल कुमार पाड़ा पांचआली का रहा। फैंसी बाजार में पैदल चलने वालों का जन सैलाब यातायात को काफी प्रभावित किया। दोपहर 12:00 बजे से हर कोई ब्रह्मपुत्र नदी के तट की ओर ही जाता दिखाई दे रहा था। दोपहर 1:30 बजे बाद यातायात व्यवस्था में सुधार हुआ और लोग अपने गंतव्य स्थल पर पहुंचने लगे।








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