सोनिया सारडा को मिसेज इंडिया आसाम के खिताब से भी नवाज़ा गया है
गुवाहाटी - माहेश्वरी समाज की श्रीमती सोनिया सारडा का अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता मिसेज टूरिज्म क्वीन इंटरनेशनल 2018 में चयन हुआ है, 50 देशो के बीच ये प्रतियोगिता होगी। सोनिया जोरहाट निवासी श्री पंकज सारडा की धर्मपत्नी है । ये अवसर सोनिया ने राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित मिसेज इंडिया 2018 में 1st Runner Up का स्थान प्राप्त करने से मिला है। यहाँ उन्हें मिसेज इंडिया आसाम के खिताब से भी नवाज़ा गया है। इससे पूर्वे मई में राज्य स्तर पर आयोजित मिसेज इंडिया दिल्ली एनसीआर 2018 में भी उन्होंने 1st Runner Up का स्थान प्राप्त किया था। उनका विवाह पंकज जी सारडा के साथ 2007 मे हुआ जो कि श्री विजय सारडा एवम श्रीमती गायत्री सारडा के पुत्र है। उनकी दो पुत्रिया ध्वनि (9) एवं काशवी (5) सारडा है।
मूलतः सुजानगढ़ निवासी ये सारडा परिवार दिल्ली, गुवाहाटी एवं जोरहाट (असम) में विभिन्न व्यवसायों से जुड़ा हुआ है। गुवाहाटी में जन्मी श्रीमती सोनिया, श्री कृष्ण गोपाल सोढानी एवं श्रीमती सुमित्रा सोढानी की पुत्री है, जो कि मूलतः सीकर निवासी है और गुवाहाटी में व्यवसाय करते है। उन्होंने गुवाहाटी कॉमर्स कॉलेज से बीकॉम की, CEC से फैशन डिज़ाइन, भरतनाट्यम में विषारद, NIIT से GNIIT डिप्लोमा। खाना बनाने में उनकी रुचि 7 साल की छोटी सी उम्र से ही है और वो एक कुकिंग बुक भी जल्द प्रकाशित करने वाली है। श्रीमती सोनिया ने बताया कि उनको जीवन मे कुछ करने की तमन्ना थी कई अवसर आये चले गए, मिसेज इंडिया के बारे में उन्हें फेसबुक से पता चला, उन्होंने निश्चय किया कि वो इस प्रतियोगिता में भाग लेंगी, उन्होंने इस बारे में अपने पति श्री पंकज सारडा से बात की, उनके पति ने इसके बारे में जानकारी इकठ्ठा की और अपने परिवार से बात की, सब ने बिना झिझक के हाँ कहा और आज नतीजा सब के सामने है। मिसेज इंडिया 2018 सोनिया जी के जीवन मे मिले सभी अनुभवो से अलग था क्योंकि ये एक प्रतियोगिता थी, अपने आप को कई कसौटियों पर खरे उतारने हेतु तैयार करना था, प्रतियोगिता की तैयारियों हेतु सभी प्रतियोगियों को 3 से 4 दिन पहले बुलाया जाता है, उनको आत्मबल एवं स्टेज नियमो के बारे में तैयारियां करवाई जाती है। इन 3 - 4 दिनों में तैयारियों के साथ साथ मिसेज इंडिया आयोजक टीम सभी प्रतियोगियों के हर एक पहलू पर कड़ी नजर रखती है, जो कि सभी प्रतियोगियों के आंकलन का आधार होती है।श्रीमती सोनिया सारडा ने कमर कसी और सब से पहले अपने वजन पर कार्य किया 4 माह के प्रयासों से उन्होंने 19 किलो वजन कम किया।
टेलेंट राउंड में उन्होंने दोनों स्तर पर नृत्य का चयन किया ऐसा उन्होंने अपने किशोरावस्था में ली गई भरत नाट्यम में विषारद शिक्षा के आधार पर किया, फिटनेस राउंड दोनो स्तर पर बेहद जरूरी है इस हेतु सोनिया ने खानपान पर नियंत्रण, योग एवं सूर्य नमस्कार से अपने आप को तैयार किया। मिसेज इंडिया में सौन्दर्य एक निर्णायक तत्व नही है फिर भी श्रीमती सोनिया ने सेल्फ मेकअप कोर्स किया जो कि उनके व्यक्तित्व को अच्छे तरीके से प्रस्तुत करने के काम आया। प्रतियोगिता में आपको फाइनल ज्यूरी के समक्ष राष्ट्रीय / राजकीय परिधान, गाउन एवं प्रश्न-उत्तर के आधार पर आंका जाता है। सभी दिनों के आपके प्रयासों को जोड़कर विजेता का चयन होता है। अनुशासन एवं सहयोग आपको जीवन के सभी पहलुओं में विजेता बनाता है ये सोनिया जी का मानना है। मिसेज इंडिया की मुख्य कर्ता दीपाली फंडिस है जो स्वयं 2012 मिसिज़ एशिया इंटरनेशनल रह चुकी है, ये उनकी ही सोच का नतीजा है कि आज इंडिया में ये प्रतियोगिता इतने बड़े एवं सुंदर स्वरूप में आयोजित की जाती है, सिर्फ ये प्रतियोगिता इंडिया के बाहर अन्य इंटरनेशनल प्रतियोगिता में जाने का एकमात्र जरिया है।
मिसेज इंडिया में जाने से पहले श्रीमती सोनिया सारड़ा समाज की एक कुरीती बॉडी शेमिंग के विरुद्ध कार्यरत थी, अन्य संस्थाओं के सहयोग से उन्होंने जगह जगह जाकर सभी को इसके बारे में बताया, बचपन मे मोटापे के कारण वो खुद भी इसका शिकार रह चुकी थी, उनका मानना है कि ये लोगो के जीवन मे डिप्रेशन का एक मुख्य कारण है, उनका मानना है अकेले वो कुछ ख़ास नही कर पायेगी लेकिन अगर सभी अपने आप को इस कैद से स्वयं आजाद करेंगे और अपने आपको जैसे है वैसे ही प्यार करना शुरू करेंगे तो, बॉडी शेमिंग करने वालो को हार का सामना करना पड़ेगा। इसके साथ साथ वो डियाबिटीज़ के विरुद्ध जागरूकता अभियान में RSSDI से भी जुड़ी हुई है। और वो अब इस बारे में जानकारी बढ़ाने हेतु अपने प्रयासों को और तेज करेंगी। श्रीमती सोनिया सारडा ने समाज को सभी जानकारियां देते हुए बताया कि ये एक बहूत साफ सुथरी प्रतियोगिता है, किसी प्रकार का कोई दबाव आयोजको की तरफ से नही है, आपकी काबिलियत को ही पुरुस्कार दिया जाता है, गृहणियां जो समाज मे जाकर अच्छे कार्य कर सकने की काबिलियत रखती है उन्हें जरूर अपने आप को परखने हेतु प्रतियोगिता का हिस्सा बनना चाहिए। माहेश्वरी समाज एवं अपने सभी शुभ चिंतको की वो आभारी है।
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