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संदीप कलिता समन्वयी कलाकेंद्र द्वारा आयोजित निःशुल्क बिहू कार्यशाला का समापन








अरुणा अग्रवाल


असमिया लोक संस्कृति को बनाए रखने में अपनी एक विशिष्ट भूमिका निभाता आ रहा रंगिया का अग्रणी संस्थान संदीप कलिता समन्वयी कलाकेंद्र द्वारा रंगिया में 8 दिवसीय कार्यक्रमो के साथ निःशुल्क बिहू कार्यशाला का पंचम वार्षिक आयोजन किया गया । रंगिया के बीचों बीच स्थित ऐतिहासिक शहीद भवन प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम में दो सौ से भी अधिक शिक्षार्थियों ने भाग लिया। इस कार्यशाला मे 6 वर्ष के बच्चों से लेकर 25 वर्ष तक के युवाओं ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया जिसमे राष्ट्रीय स्तर के जाने माने लोक शिल्पिओं ने बिहु नृत्य और बिहू हुसोरि का प्रशिक्षण दिया । कार्यशाला मे जानीमानी बिहू रानी बिहू सम्राज्ञी नीलाक्षी बोरगोहाई, अतिथि प्रशिक्षक बिहू रानी बिहू सम्राज्ञी ड्रीमली गोगोई, ज्येष्ठ बिहुवा रामचरण कलिता, आमंत्रित प्रशिक्षक बिहुवा धनजीत दत्त, जीतू दास, राजीव कलिता, नारायण बोरा, सह- प्रशिक्षक देवजीत रूपक, रघुमनी, बिनीता, सुस्मिता, हीरामनी, ऋत्विका, मिताली और माधूर्जराज ने प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम का संचालन आयोजन समिति के विजय भराली और नवो बनिया द्वारा किया गया। इस निःशुल्क बिहू कार्यशाला का आयोजन बीते 25 मार्च को प्रारंभ किया गया जिसका सफल समापन 1 अप्रेल को किया गया, वहीं आज कृषक शहीद भवन प्रांगण में इसका समापन समारोह आयोजित किया गया। समापन कार्यक्रम का शुभारंभ समिति के अध्यक्ष पविन कलिता द्वारा सभी को रंगाली बिहू की शुभकामनाओ के साथ सायं 4 बजे किया गया। इस मौके पर राज्य सभा के सांसद भुवनेश्वर कलिता और रंगिया के विधायक तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भवेश कलिता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। साथ ही मौके पर मुख्य प्रशिक्षक निभामनी बरुआ, अतिथि प्रशिक्षक गायत्री कोवर भी उपस्थित रही। सभी ने उपस्थित लोगों को बिहू की शुभकामनाएं देते हुए प्रशिक्षार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम के दौरान कलाकेंद्र के अध्यक्ष पविन कलिता और आमंत्रित अतिथियों द्वारा सभी परीक्षार्थियो को सर्टिफिकेट प्रदान किया तथा। प्रशिक्षकों को मानपत्र प्रदान कर उन्हें सन्मानित किया गया। तथा समिति के सदस्य विजय भराली और नबो बनिया के अथक प्रयासों ने कार्यक्रम को आकर्षित बनाया।

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