गुवाहाटी! पूर्वोत्तर की सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध गुवाहाटी गौशाला का तीन दिवसीय गोपाष्टमी मेला रविवार शाम को ध्वजारोहण के साथ विधिवत रुप से शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर गौशाला के ट्रस्टी चेयरमैन कैलाश लोहिया, ट्रस्टी इंचार्ज अशोक धानुका ,ट्रस्टी कोषाध्यक्ष प्रदीप भडेच, अध्यक्ष प्रकाश गोयंका, सचिव प्रदीप भुवालका, उपाध्यक्ष ललित धानुका, कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार जालान,ट्रस्टी रमेश गोयंका, शरद जैन ,विजय जसरासरीया, सोमेंद्र शर्मा, मनोज अग्रवाल,दिनदयाल सिवोटीया, प्रमोद हरलालका (लाला),समित सराफ, पीतराम केडिया, सुशील गोयल, रामस्वरूप खाकोलिया, रामपाल सिकरीया, बाबूलाल गुप्ता, गौतम शर्मा, देवकीनंदन सिकरीया, अनिल थर्ड, मक्खन अग्रवाल, निर्मल तिवारी, मनोज जालान, विकास गुप्ता, सूरज सिंघानिया, शिवकुमार भीमसरिया के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मेले की लोकप्रियता को देखते हुए इस वर्ष दो दिवसीय आयोजन की जगह है तीन दिवसीय आयोजन किया गया है। इसके साथ ही गुवाहाटी गौशाला की ही शाखा मालीगांव गौशाला में भी प्रथम बार आगामी 6 नवंबर को एक दिवसीय गोपाष्टमी मेले का आयोजन भी किया जाएगा। मेले के अवसर पर पूरे गौशाला प्रांगण को आकर्षक रूप से सजाया गया है। जिसमें विद्युत सज्जा मुख्य आकर्षण का केंद्र है। मेले में 450 से भी अधिक स्टालो में खाने के लजीज व्यंजन, बच्चों के लिए खिलौने, दैनिक उपयोगी सामग्रियां उपलब्ध है।नगर के प्रसिद्ध होटल मिलेनियम के लजीज खाने के व्यंजनों की व्यवस्था के साथ ही प्रसिद्ध होटल राजमहल के व्यंजन, शर्मा स्वीट हाउस की पूरी, कचोरी, जलेबी , कुटुंब वाटिका, बीकानेर स्वीट्स एंड स्नैक्स, डोसा एक्सप्रेस, शर्मा केटरर की राजस्थानी कुल्फी और एनसी कैटरर के छोले भटूरे भी आकर्षण का केंद्र रहेंगे। गौशाला के वृंदावन गार्डन में बच्चों के मनोरंजन के सामान के अलावा विभिन्न तरह की दैनिक उपयोग की सामग्रीयो के कई स्टाल लगे हुए हैं। छोटे बच्चों के मनोरंजन के लिए कोलकाता का नागर झूला और टॉय ट्रेन पर बच्चों की काफी भीड़ देखी गई। इसके अलावा गौशाला के विभिन्न तरह के गोबर, गोमूत्र, नीम के उत्पाद, गोबर की ईंट, गोकाष्ठ ,जैविक खाद भी उपलब्ध रहेंगे। सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त बनाने के लिए पुलिस कंट्रोल रूम की व्यवस्था भी की गई है। हर तरफ सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है।मेला प्रबंधन समिति ने किसी भी तरह के बैग व अन्य सामान लेकर मेला प्रांगण में प्रवेश के लिए प्रतिबंध लगाया है। सुरक्षा की दृष्टि से अग्निशमन विभाग की दमकल गाड़ी वह साला प्रांगण में सतर्क देखी गई गौशाला के दोनों मुख्य द्वार पर आने जाने की व्यवस्था बनाने की लिए एनसीसी के कैडरो को तैनात किया गया है। मेले में खोया पाया एवं अन्य सूचना देने के लिए तेरापंथ युवक परिषद के सदस्य सूचना केंद्र पर हर वक्त उपलब्ध हैं। पीने के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था के लिए महेश्वरी समाज, पारीक सभा, पूर्वाचल जाट समाज ने पेयजल सेवा के काउंटर भी लगाए हैं। मारवाड़ी औषधालय द्वारा प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की सेवा भी हर वर्ष की तरह इस वर्ष उपलब्ध रही। गौमाता को घास खिलाने के लिए गौशाला में प्रवेश करते ही काउंटर की व्यवस्था की गई है ।गौशाला प्रबंधन समिति के सदस्यों के अलावा स्वयंसेवक मेले की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए सक्रिय देखे गए।गत दो बर्ष कोरोना काल के चलते गोपाष्टमी मेले का रंग कुछ फीका पड़ गया था।मगर इस वर्ष दुगुने उत्साह के साथ मेले के आयोजन की व्यवस्था की गई है। मेले की प्रसिद्धि को देखते हुए अन्य प्रांतों के दुकानदार भी गौशाला प्रांगण के बाहर केसी चौधरी रोड एवं सती जयमति रोड के फुटपाथ पर घरेलू सामानों की दुकानें सजा के गत दो-तीन दिन पहले ही बैठ गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शराब भट्टी चााअली, सती जयमती रोड स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर, छत्रीबाड़ी केसी चौधरी रोड के पोस्ट ऑफिस गली से नो एंट्री लगाकर ट्रैफिक के जवान गस्ती दे रहे हैं।अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष लाखों की तादाद में दर्शनार्थी मेले में शिरकत करेंगे।
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