असम की प्रमुख धर्मपरायण नगरी गुवाहाटी की पुण्य धरा पर रविवार 11 जून 2023 को प्रातः 6:00 बजे असम के राजकीय अतिथि, अहिंसा तीर्थ प्रणेता आचार्य 108 श्री प्रमुख सागर जी महाराज ससंघ चतुर्विध संघ का भव्य आगमन आगामी 02 जुलाई 2023 से प्रारंभ होने वाले गुरुदेव के २७ वे चातुर्मास हेतु हुआ है
आचार्य श्री ससंघ का नगर आगमन बहुत ही धूमधाम से गाजे-बाजे के साथ कराया गया। नगर आगमन के दौरान जगह-जगह श्रद्धालु भक्तों द्वारा आचार्य श्री का पाद प्रक्षालन एवं मंगल आरती उतारी। इससे पहले पांडू जैन मंदिर से प्रातः बिहार करने के पश्चात मालीगांव चैत्यालय मे आचार्य श्री ने दर्शन किए। उसके पश्चात भरलूमुख फूल बागान स्थित पेट्रोल पंप से भव्य शोभा यात्रा के साथ आचार्य श्री को महावीर स्थल मे प्रवेश करवाया गया। उनकी यह यात्रा फूल बागान से एटी रोड ,तीन नंबर रेल गेट होते हुए फैंसी बाजार बड़ा जैन मंदिर में आचार्य श्री ने ससंघ दर्शन व पूजन कार्य संपन्न किया। एमएस रोड स्थित महावीर स्थल में उनका भव्य स्वागत किया गया। उनके दर्शनार्थ असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया भी चतुर्मास स्थल पर पहुंचे। जहां आचार्य श्री ने उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर दिगंबर जैन पंचायत गुवाहाटी के अध्यक्ष महावीर जैन ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि आचार्य प्रमुख सागर जी महाराज पहले जैन आचार्य है जिनको पूर्वोत्तर में असम सरकार ने राजकीय सम्मानीय अतिथि के रूप में स्वागत किया है। गुवाहाटी महानगर में इन के आगमन से पूर्व इंद्र देव ने भी अपनी बौछार से पूरी महानगरी को धोकर पवित्र कर दिया। आचार्य श्री के भक्तों को कोई कष्ट न हो इसके लिए इन्द्र ने फूल बागान में उनके पाद प्रक्षालन के पश्चात बारिश को रोक कर शोभा यात्रा को आगे बढ़ने में अपना आशीर्वाद दिया। आचार्य श्री गुवाहाटी से 1200 किलोमीटर दूर शिखर जी से 81 दिन की यात्रा करते हुए पूर्वोत्तर की गुवाहाटी नगरी में पधारे हैं। जो सकल दिगंबर जैन समाज के लिए परम सौभाग्य की बात है। इस अवसर पर प्रवचन देते हुए आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज ने कहा असम व पूर्वोत्तर की तस्वीर व तकदीर बदल रही है। असम की तस्वीर राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया बदल रहे हैं तथा तकदीर का बदलाव साधु संत कर रहे हैं। पूर्वोत्तर में अब साधु संतों का आगमन होने लगा है। जिसके चलते यह धरती पवित्र और पावन हो रही है। असम आना आसान नहीं है। पर असम में आए वो आसमान को छू ले तो इसमें आश्चर्य की बात नहीं है। गुवाहाटी, गुलाबचंद कटारिया और गुरु देव इन तीनों के प्रथम अक्षर गु ब्रह्मा, विष्णु, महेश की तरह है। यह तीनों मित्र असम की तस्वीर और तकदीर बदल कर आसमान तक पहुंचा देंगे। कार्यक्रम का संचालन विजय कुमार गंगवाल ने किया।
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