गोहाटी। जूनियर चैंबर इंटरनेशनल की गुवाहाटी फैंसी बाजार स्थित सांगानेरिया धर्मशाला में 51 जोड़ों का सामूहिक विवाह संस्कार करा कर उन्हें उपहार में दैनिक उपयोगी सामग्री प्रदान की। साथ ही उनके भविष्य को सुरक्षित व खुशहाल रखने के लिए विवाह प्रमाण पत्र भी दिया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन ईस्ट गुवाहाटी के विधायक सिद्धार्थ भट्टाचार्य ने अपने आशीर्वचन के साथ किया।
जेसीआई गुवाहाटी के अध्यक्ष अरुण सरावगी ने अपने संबोधन में कहा कि कि सामुदायिक विकास और सशक्तिकरण पर केंद्रित एक प्रमुख वैश्विक संगठन जेसीआई समाज के जरूरतमंद लोगों के लिए विभिन्न सामाजिक गतिविधियां कर रहा है। जेसीआई गुवाहाटी सामाजिक स्वीकृति, सरकारी योजनाओं और विवाह पंजीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना, "कन्यादान" सामुदायिक विवाह का आयोजन किया। मेंटर जेसी मनीष गोयनका और जेसी रमेश चांडक, उपाध्यक्ष (कार्यक्रम) जेएफपी रेखा सरावगी, निदेशक कार्यक्रम जेसी मनीषा अग्रवाल और जेसी आरती अग्रवाल, संयोजक जेसी प्रियंका जैन, जेसी शशि गोयल, जेसी नीलम अग्रवाल, जेसी नितिन अग्रवाल, जेसी राजेश मित्तल और जेएफएस राहुल चमरिया के साथ सामूहिक विवाह के इस आयोजन की भव्य सफलता के लिए जेसी डॉ आशिम चौधरी और कोषाध्यक्ष सौरभ लहिला ने दिन-रात मेहनत की।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके कार्तिकेयन ने कहा कि जेसीआई हमेशा समाज के दबे-कुचले लोगों के लिए काम कर रहा है। हमने देखा है कि लगभग 3-5 लाख के न्यूनतम खर्च के लिए लोग अपनी बेटी की शादी के लिए या तो अपनी जमीन या सोना बेच रहे हैं। यहां अरुण सरावगी और उनकी टीम के नेतृत्व में जेसीआई गुवाहाटी ने दूल्हा और दुल्हन को दुल्हन की पोशाक के साथ-साथ कुछ बर्तन, कपड़े, मच्छरदानी, कंबल और एक बैग प्रदान करके 51 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया ओर 500 से अधिक व्यक्तियों के लिए भोजन की भी व्यवस्था की। पार्षद प्रमोद स्वामी और पार्षद सौरव झुनझुनवाला और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे। जेसीआई जोन 25 के अध्यक्ष सीए बिजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित करके, जेसीआई बाधाओं को तोड़ने और प्यार और रिश्तों की विविधता को अपनाने वाले समाज को प्रोत्साहित करने की उम्मीद करता है। कार्यक्रम विजय जेसीआई के कई क्षेत्रीय पदाधिकारी एवं स्थानीय गणमान्य लोगों के अलावा यजमान वह दूल्हा दुल्हन के रिश्तेदार उपस्थित थे कार्यक्रम के संयोजक ऋषीन खेमका थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें