गुवाहाटी। खारगूली स्थित भक्ति कुटीर कृष्ण मंदिर में बृहस्पतिवार को कृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने उपस्थित होकर भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना की। राज्यपाल महोदय ने पंचामृत से बाल रूपी लड्डू गोपाल का अभिषेक किया एवं श्री प्रभुपाद स्वामी को पुष्प अर्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने श्रद्धालुओं से अपने संबोधन में कहा कि हमारा देश अनादि काल से प्रभु की कृपा से इतनी लंबे समय तक विद्यमान है। भगवान कृष्ण का जन्म अन्याय को नाश करने के भावना के साथ हुआ था। उन्होंने कारागार में जन्म अवश्य लिया था मगर वास्तव में अन्याय को प्रतिकार करना ही उनके अवतार का उद्देश्य था। ऐसा कोई स्थान नहीं है जहां भगवान कृष्ण की पूजा नहीं होती हो। इस्कॉन ने हरे राम हरे कृष्णा की धुन को भारत की सीमा से बाहर निकलकर विदेश तक इस तरह गूंजायमान कर दिया कि आज विश्व के हर कोने में हरे राम हरे कृष्णा की धुन गूंजती दिखाई दे रही है। इस अवसर पर उनके साथ पॉल्यूशन सेक्रेटरी मीनाक्षी सुंदरम भी उपस्थित थे। इन्होंने भी भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप का पंचामृृत से अभिषेक किया। इससे पहले अशोक वर्मा (अमोघ प्रभु) सरोज वर्मा (सुमति माता) ने राज्यपाल महोदय का असमिया और धार्मिक संस्कृति के अनुसार सम्मानित कर उन्हें महाप्रसाद भेंट किया गया। इससे पहले प्रातः काल 5:15 पर मंगल आरती व दर्शन आरती से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके पश्चात भागवत कथा प्रवचन किया गया। शाम 7:00 बजे से मुख्य कार्यक्रम प्रारंभ हुआ जिसमें भगवान कृष्ण का निमंत्रित अतिथियों द्वारा अभिषेक किया गया। रात्रि 10:00 बजे पुजारी द्वारा महा अभिषेक किया गया तथा रात 12:00 बजे राधा गोविंद देव की महा आरती की गई। इस अवसर पर महाप्रसाद का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मोहन चमरिया, विजय अग्रवाल, अशोक जालान, हरीश अग्रवाल, संगीता अग्रवाल, संगीता केजरीवाल, अंजू सरावगी, आयशा अग्रवाल के अलावा कई कृष्ण भक्तों ने सेवा कर सहयोग दिया।
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खारगूली भक्ति कुटीर में कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में उपस्थित हुए राज्यपाल
खारगूली भक्ति कुटीर में कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में उपस्थित हुए राज्यपाल
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