86 साल की उम्र में रतन टाटा के निधन के बाद अब चर्चा उनके उत्तराधिकारी की है। रतन टाटा के बाद टाटा ग्रुप की विरासत किसके हाथ जाएगी, इस सवाल का जवाब हर कोई जानना चाहता है। अभी ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन हैं, लेकिन टाटा ट्रस्ट की कमान परिवार के ही किसी सदस्य के पास रही है। ऐसे में चार नाम सामने आ रहे हैं। चलिए जानते हैं कौन-कौन से लोग दावेदारों में शामिल हैं...
टाटा ग्रुप में रतन टाटा ही ऐसे इकलौते शख्स रहें, जो टाटा संस और टाटा ट्रस्ट दोनों में चेयरमैन रहें। कुछ लोगों का मानना है कि रतन टाटा के छोटे भाई जिमी टाटा इसकी बागडोर संभाल सकते हैं लेकिन इसकी उम्मीद कम ही है, क्योंकि जिमी टाटा 90 के दशक में ही रिटायर हो चुके हैं। हालांकि, टाटा संस की कंपनियों में उनका हिस्सा है लेकिन भाई की तरह उन्होंने भी शादी नहीं की है। पिछले 25 साल से कारोार से दूर हैं, ऐसे में उनके चेयरमैन बनने के आसार न के बराबर ही हैं।
रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा इस रेस में सबसे आगे बताए जा रहे हैं। पारिवारिक रिश्ता और टाटा ग्रुप की कई कंपनियों में उनकी भागीदारी उन्हें मजबूत दावेदार बनाती है। हालांकि, उनके अलावा भी तीन नाम ऐसे हैं, जो इस रेस में माने जा रहे हैं।
नोएल नवल टाटा के बच्चे लिआह, माया और नेविल भी इस रेस में बताए जा रेह हैं। ये तीनों ही टाटा ग्रुप की कंपनियों में प्रोफेशनल्स की तरह काम करते हैं। सबसे बड़ी बेटी लिआह टाटा स्पेन से मार्केटिंग में मास्टर डिग्री पूरी करने के बाद साल 2006 में ताज होटल रिसॉर्ट्स एंड पैलेस में असिसटेंट सेल्स मैनेजर बनी। अभी 'द इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड' (IHCL) की वाइस प्रेसिडेंट हैं। नोएल की छोटी बेटीमाया टाटा ने ग्रुप की फाइनेंशियल सर्विस कंपनी टाटा कैपिटल में एनालिस्ट हैं। वहीं, बेटे नेविल टाटा की शुरुआत ट्रेंट से हुई थी। ये तीनों ही टाटा की कमाल संभालने की रेस में बताए जा रहे हैं।
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