बैंकॉक रैपिड शतरंज चैंपियनशिप में जीता रजत पदक
गुवाहाटी: असम सहित पूर्वोत्तर के उभरते शतरंज खिलाड़ी विराज सरावगी ने रविवार को बैंकॉक के बैंग फोंग फांग स्थित किंग्स कॉलेज में आयोजित बैंकॉक रैपिड शतरंज चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीत कर देश का मान बढ़ाया। गुवाहाटी के आरजीएस के ग्रेड 5 के छात्र विराज ने अंडर-12 वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए 6 राउंड में से 5.5 अंक प्राप्त करके रजत पदक हासिल किया, जिससे उन्होंने प्रतिस्पर्धी अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी। इस टूर्नामेंट में सात देशों के लगभग 250 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिससे यह युवा शतरंज प्रतिभाओं के लिए एक प्रतिष्ठित मंच बन गया।
विराज, जिन्होंने इस प्रतियोगिता में बिना रेटिंग वाले खिलाड़ी के रूप में प्रवेश किया था, और उसने दो अनुभवी फआईडीई-रेटेड प्रतिद्वंद्वियों- कुल्टुंगकिजसारी पूम (1502) और जुंटोंगजिन प्रिन (1496) को हराकर बड़ा उलटफेर कर सभी को चौंका दिया। उन्हें एकमात्र हार टूर्नामेंट के अंतिम चैंपियन अयान मुखर्जी (1596) के खिलाफ मिली।
विराज ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश से प्रेरणा लेते हैं, उनके नक्शेकदम पर चलने और एक दिन विश्व चैंपियन बनने की आकांक्षा रखते हैं। उन्होंने प्रसिद्ध कोच दुर्गा नागेश गुट्टुला और श्रीकांत मल्लादी के विशेषज्ञ मार्गदर्शन में अपने कौशल को निखारा, जिन्होंने उनके दृढ़ संकल्प, तेज सामरिक खेल और अटूट लड़ाई की भावना की प्रशंसा की।
वर्तमान में, विराज अपनी अगली बड़ी चुनौती- अगस्त में अबू धाबी जूनियर शतरंज चैंपियनशिप की तैयारी कर रहे हैं, जहां उनका लक्ष्य अपनी जीत का सिलसिला जारी रखना और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को एक बार पुनः गौरवान्वित करना है।
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