गुवाहाटी। देशभर में स्वच्छता को लेकर चलाए जा रहे व्यापक प्रयासों के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के नतीजों में गुवाहाटी ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। असम की राजधानी गुवाहाटी को पूर्वोत्तर भारत का सबसे स्वच्छ राजधानी शहर घोषित किया गया है। यह उपलब्धि न केवल गुवाहाटी नगर निगम के प्रयासों की सफलता को दर्शाती है, बल्कि शहरवासियों की सक्रिय भागीदारी, सामाजिक जिम्मेदारी और पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है।
राष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मान:
स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत गुवाहाटी को "राष्ट्रीय होनहार स्वच्छ शहर पुरस्कार" से भी सम्मानित किया गया है। लगभग 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में गुवाहाटी को राष्ट्रीय स्तर पर 44वां स्थान प्राप्त हुआ है। यह रैंकिंग शहर की स्वच्छता व्यवस्था, कचरा प्रबंधन, नागरिक सहभागिता, और सतत स्वच्छता प्रयासों के आधार पर दी गई है।
प्रमाणपत्रों से मिली मान्यता:
गुवाहाटी को "ओपन डिफेकेशन फ्री प्लस (ODF+)" और "गार्बेज फ्री सिटी वन स्टार (GFC ★)" प्रमाणपत्र भी प्राप्त हुए हैं। यह प्रमाणपत्र यह दर्शाते हैं कि गुवाहाटी न केवल खुले में शौच से मुक्त है, बल्कि ठोस कचरा प्रबंधन में भी बेहतर स्तर पर काम कर रहा है। इससे यह स्पष्ट होता है कि शहर ने बुनियादी स्वच्छता मानकों से आगे बढ़कर स्थायी और व्यवस्थित स्वच्छता की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है।
मेयर ने ग्रहण किया पुरस्कार:
गुवाहाटी नगर निगम के मेयर मृगेन सरनिया ने 17 जुलाई को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य पुरस्कार समारोह में यह पुरस्कार ग्रहण किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, "यह सम्मान पूरे गुवाहाटी वासियों का है, जिनकी मेहनत, सहयोग और समर्पण के बिना यह संभव नहीं हो सकता था। यह पुरस्कार शहर की स्वच्छता यात्रा में एक मील का पत्थर है।"
मुख्यमंत्री ने जताई प्रसन्नता
इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री ने भी सोशल मीडिया पर एक संदेश जारी कर गुवाहाटीवासियों को बधाई दी। उन्होंने लिखा, "गुवाहाटी को स्वच्छ बनाने के लिए हमने अनेक योजनाएं और प्रयास किए हैं। आज की यह मान्यता उन प्रयासों का प्रतिफल है। यह हमारे लिए गर्व की बात है और आगे भी स्वच्छ, हरित व समावेशी गुवाहाटी के निर्माण के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।"
स्वच्छता के क्षेत्र में भविष्य की दिशा:
गुवाहाटी की यह उपलब्धि भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा संचालित स्वच्छ भारत मिशन की सफलता को भी रेखांकित करती है। यह सम्मान न केवल बीते वर्षों के प्रयासों की सराहना है, बल्कि भविष्य के लिए एक दिशा-निर्देश और प्रेरणा भी है। शहर प्रशासन का अगला लक्ष्य गुवाहाटी को थ्री स्टार गार्बेज फ्री सिटी बनाना और नागरिक जीवन स्तर को और ऊँचा उठाना है।
निष्कर्ष:
गुवाहाटी की यह सफलता यह दर्शाती है कि जब नगर निकाय, राज्य सरकार और नागरिक मिलकर काम करते हैं, तो किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। स्वच्छता न केवल स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए जरूरी है, बल्कि यह शहर की गरिमा और विकास का प्रतिबिंब भी है।
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