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वास्तु दोष या स्वास्थ्य संकट? जानिए टॉयलेट की गलत दिशा से कैसे बढ़ता है कैंसर और अन्य बीमारियों का खतरा


वास्तु शास्त्र को अक्सर लोग एक "आस्था आधारित" विषय मानते हैं, लेकिन जब इसके सिद्धांतों को वैज्ञानिक नजरिये से देखा जाए तो यह हमारे स्वास्थ्य और जीवनशैली पर गहरा प्रभाव डालते हैं। खासतौर पर टॉयलेट की दिशा — यह घर का वो हिस्सा है जिसकी गलत प्लेसमेंट से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है।

क्यों नॉर्थईस्ट में टॉयलेट है सबसे खतरनाक?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, ईशान कोण (North-East) को घर की सबसे पवित्र दिशा माना गया है। यही दिशा "वास्तु पुरुष" का मस्तिष्क मानी जाती है — और इस दिशा से सबसे पहले सुबह की सूर्य किरणें घर में प्रवेश करती हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, ये शुरुआती किरणें पीनियल ग्रंथि (Pineal Gland) और पिट्यूटरी ग्रंथि (Pituitary Gland) को सक्रिय करती हैं, जो हमारे शरीर में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन जैसे हार्मोन नियंत्रित करते हैं — यानी मूड, नींद और सबसे महत्वपूर्ण, इम्यून सिस्टम।

जब टॉयलेट ईशान कोण में होता है, तो न सिर्फ सूर्य की रोशनी बाधित होती है, बल्कि वहां से निकलने वाली गंध, बैक्टीरिया और नेगेटिव एनर्जी इस दिशा की पॉजिटिव वाइब्स को नष्ट कर देती हैं। लंबे समय तक ये असर बना रहे, तो कैंसर जैसे रोगों का खतरा कई गुना बढ़ सकता है।

अन्य महत्वपूर्ण टॉयलेट वास्तु नियम:

1. टॉयलेट कभी भी पूजा घर, बेडरूम या किचन के ऊपर या नीचे नहीं होना चाहिए। इससे मानसिक अशांति, नींद की समस्या और जीवनशैली संबंधी रोग पैदा हो सकते हैं।

2. टॉयलेट का दरवाजा हमेशा बंद रखें।

3. टॉयलेट का मुंह उत्तर (North) या पश्चिम (West) दिशा में होना चाहिए।

4. शॉवर और वॉशबेसिन के लिए उत्तर या पूर्व दिशा की दीवारें उपयुक्त मानी जाती हैं।

○ दक्षिण और पश्चिम की दीवारों पर वॉशबेसिन लगाने से बचें।

5. पॉट का ढक्कन हमेशा बंद रखें।

6. जहाँ तक संभव हो, टॉयलेट सीट के पास खिड़की होनी चाहिए ताकि गंदी हवा और नमी तुरंत बाहर निकल सके और जगह में ताज़गी बनी रहे।।

वास्तु में सही दिशा क्या है?

टिक मार्क उन दिशाओं को दर्शाता है जहाँ टॉयलेट रखा जा सकता है।

क्रॉस मार्क उन दिशाओं को दर्शाता है जहाँ टॉयलेट नहीं रखा जाना चाहिए।

निष्कर्ष:

वास्तु और विज्ञान दोनों यही बताते हैं कि टॉयलेट की दिशा ही हमारे स्वास्थ्य की दिशा तय कर सकती है। चाहे वो हमारी नींद हो, इम्यून सिस्टम हो, या हार्मोन बैलेंस — टॉयलेट की सही जगह और प्लानिंग से हम खुद को कई बीमारियों से बचा सकते हैं।

🖋️ रिपोर्ट: देवकी नंदन देवड़ा

मो. 9377607101


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