बंगाईगांव: मारवाडी युवा मंच बंगाईगाँव शाखा के सौजन्य से 16 जुलाई से 18 जुलाई तक मारवाडी युवा मंच भवन में आयोजित तीन दिवसीय *नानी बाई रो मायरो* सफलता के साथ संपन्न हुआ। राजस्थान के जोधपुर से पधारे कथा वाचक श्रद्धेय श्री राधाचरण जी महाराज ने अपनी सुमधुर वाणी से तीन दिनों तक भक्तों को भगवान श्री कृष्ण एवं उनके प्रिय भक्त नरसी मेहता की मायरे की मार्मिक कथा का भक्तों को रसपान कराया। इस कथा में कथावाचक ने ठाकुर जी के प्रति नरसी मेहता की अद्भुत भक्ति का अद्वितीय वर्णन किया। कथा के माध्यम से व्यास पीठ से कथावाचक ने विभिन्न सामाजिक मुद्दों को कुशलता से भक्तों के सामने रखते हुए अपनी सांस्कृतिक एंव धार्मिक धरोहर को कैसे बनाए रख सकते हैं उस पर विस्तार से चर्चा की। अच्छी संख्या में उपस्थित भक्तों के बीच कथावाचक ने अपनी मायड़ भाषा को जीवित रखने के लिए अपनी आने वाली पीढ़ियों में संस्कार की बात पर भी बल दिया तथा उन्होंने कहा कि इस तरह हम अपनी मिट्टी की सुंगध से भी सुगंधित होते रह सकते हैं। भगवान श्री कृष्ण द्वारा नरसी मेहता की बेटी नानी बाई का मायरा भरे जाने के मार्मिक प्रसंग को सुनकर सभी श्रोता भाव विभोर हो गए। तीन दिनों तक इस कथा में विभिन्न आकर्षणीय झांकियों के माध्यम से विभिन्न प्रसंगों को बताया गया जिसका उपस्थित सभी भक्तों ने आनंद लिया।
इस कथा के मुख्य यजमान श्यामसुंदर- गोविंद अग्रवाल का परिवार था जिनके परिवार के प्रत्येक सदस्य ने इस कथा को सफल करने के लिए सार्थक प्रयास किया जिसके लिए कथा में आए सभी भक्तों ने प्रशंसा की। इस मनमोहक कार्यक्रम को कुशलता से संपादित करवाने में तथा भक्तों विशेषकर महिलाओं के लिए ऐसे धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाने के लिए मारवाड़ी युवा मंच की कथा में उपस्थित सभी लोगों ने हृदयता से प्रशंसा की।
कथा के तृतीय व अंतिम दिन महेश कुमार अग्रवाल के संचालन में आयोजित एक व्यवस्थित सम्मान समारोह एंव प्रश्न उत्तर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें कथावाचक तथा अन्य कलाकारों का मुख्य यजमान तथा मारवाड़ी युवा मंच के सदस्यों द्वारा सम्मान किया गया। इस दौरान समाज के उपस्थित विशिष्ट व्यक्तियों ने गुरुजी से आशीर्वाद भी प्राप्त किया। सम्मान समारोह में श्री अग्रवाल समाज सभा (महिला शाखा), एकता क्लब, बालाजी महिला मंडल, जागृति शाखा, पूर्वोत्तर प्रदेशीय मारवाड़ी सम्मेलन (महिला शाखा), श्री अग्रवाल समाज सभा आदि बंगाईगाँव के अनेक संगठनों ने कथा वाचक का सम्मान किया। कथा को श्रवन करने के लिए बंगाईगाँव के आसपास के इलाके विशेषकर बरपेटा रोड से अच्छी संख्या में भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। तीन दिनों की कथा के ऊपर अंतिम दिन आयोजित प्रश्न उत्तर कार्यक्रम में उत्साहित करने हेतु अनेक भक्तों को पुरस्कृत किया गया।
कथा को सफल करने में निर्मल बैद, सरजीत सिंह भारी, महेश कुमार अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, दिनेश कोठारी, मोती शामसुखा, नीलू अग्रवाल, अनु अग्रवाल, शिक्षा शर्मा, विनीता अग्रवाल, अर्चना सुरेका, नीलम अग्रवाल के अलावा मारवाड़ी युवा मंच एवं समाज के अनेक सदस्यों का सक्रिय सहयोग रहा जिसके कारण इस कथा एक अस्मरणीय तथा बन गई।
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