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मुनिवृंद का तेरापंथ धर्मस्थल में भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश

 

तप-जप कर्म निर्जरा उत्तम साधन : मुनि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार

गुवाहाटी। आचार्य महाश्रमण के प्रबुद्ध सुशिष्य मुनि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार, मुनि रमेश कुमार, मुनि पद्म कुमार एवं मुनि रत्न कुमार का शनिवार को प्रात: 7.55 बजे तेरापंथ धर्मस्थल में भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश हुआ। इस अवसर पर आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए मुनि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने फरमाया कि संतों का आगमन आह्लïादकारी होता है। तप-जप कर्म निर्जरा का उत्तम साधन है। मुनिश्रीजी ने घर-घर तेला, हर-घर तेला अभियान के तहत सभी श्रावक-श्राविकाओं को तेला करने की विशेष प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि हर मनुष्य को अपने धार्मिक एवं सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपने आत्म कल्याण के लिए समय अवश्य निकलना चाहिए। तेरापंथ धर्मसंघ की पहचान संस्कारों से है, इसलिए आप सभी त्याग, प्रत्याख्यान, सामायिक, संवर, व्रत-उपवास आदि के द्वारा इस प्रवास का पूर्ण लाभ लें।


मुनि रमेश कुमार ने कहा कि हम आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने के लिए यहां आए हैं। आप ज्ञान, दर्शन, चारित्र की आराधना के लिए अपना समय नियोजित करें एवं ज्ञान का विकास करें। हमें अध्यात्म के द्वारा अपनी आत्मा को प्रसन्न रखने का प्रयास करना चाहिए, अगर आपकी आत्मा प्रसन्न रहेगी तो आपके घर-परिवार एवं आसपास के लोग अपने आप प्रसन्न हो जाएंगे, आपसे प्रेरणा ग्रहण करेंगे। मुनि पद्म कुमार एवं मुनि रत्न कुमार ने कहा कि संत मानव का हर प्रकार से कल्याण करते हैं। संतों का बहुत बड़ा महत्व होता है। उनके जीवन से चरित्रों की सुगंध आती है। हम गुरु से ऑक्सीजन एवं शक्ति प्राप्त कर अपने जीवन को संवार सकते हैं।


श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बाबूलाल सुराणा ने मुनिवृंद का स्वागत-अभिनंदन करते हुए श्रावक-श्राविकाओं एवं सभी समाजबंधुओं से चातुर्मासकाल में अधिकाधिक धर्मलाभ लेने का आह्वïान किया। मुनिवृंद का परिचय सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन जम्मड़ एवं रायचंद पटावरी ने दिया। सूचनाओं की घोषणा सभा के वरिष्ठ सहमंत्री राकेश जैन ने की।


महिला मंडल की सदस्याओं द्वारा प्रस्तुत मंगलाचरण से आरंभ स्वागत समारोह में तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्ष अमराव देवी बोथरा, तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष सतीश कुमार भादानी, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष पंकज भूरा, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष बजरंग बैद, पूर्वोत्तर भारत स्तरीय श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बजरंग कुमार सुराणा व महामंत्री जीवनमल सुराणा (नगांव), अर्हम् भजन मंडली, वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ से रूपचंद जी चौरड़िया, सुश्री कृतिका घोड़ावत एवं मास्टर वैभव घोड़ावत, डिम्पल बोथरा (सिलीगुड़ी), सिलचर सभा के संरक्षक मलूचंद बैद आदि ने अपने वक्तव्य एवं गीतिका के माध्यम से मुनिवृंद का स्वागत-अभिनंदन किया। मुनिवृंद के संसारपक्षीय खटेड़ परिवार की ओर से रितेश खटेड़ ने प्रस्तुति दी एवं बोरड़ परिवार की ओर से बहिनों ने स्वागत गीत प्रस्तुत करते हुए संकल्पों का गुलदस्ता चन्दनमल अशोक बोरड़ ने संतों को भेंट किया। खानपान की व्यवस्था सभा के संगठन मंत्री बिनोद बोरड़ एवं कार्यकारिणी सदस्य माणक जम्मड़ की थी।


मुनिवृंद राजेंद्र जी घोड़ावत के छत्रीबाड़ी स्थित निवास स्थान से तेरापंथ धर्मस्थल पधारे। स्वागत समारोह में काफी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं के साथ ही समाजबंधु उपस्थित थे। कार्यक्रम का कुशल संचालन कार्यकारिणी सदस्य राजेश जी जमड़ ने किया। आभार ज्ञापन सभा के कोषाध्यक्ष छत्तरसिंह भादानी ने किया। इस आशय की जानकारी तेरापंथी सभा के मंत्री राजकुमार बैद द्वारा यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई।

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