संत कबीर भारत का विद्वानों में से एक थे। उन्होंने जीवन भर आडंबरों को विरोध किया और हमेशा मानवता की राह पर चलने के लिए लोगों को प्रेरित किया। आज भी इनके लाखों अनुयायी हैं। हर साल ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा पर संत कबीर (Kabir Jayanti 2023) की जयंती मनाई जाती है। इस बार ये तिथि 4 जून, रविवार को है। संत कबीर की जयंती के मौके पर हम आपको इनसे जुड़े कुछ प्रेरक प्रसंग (Sant Kabir Ke Kisse) बता रहे हैं, जो हमारे लिए काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं। ये हैं संत कबीर के प्रसंग…
जब संत कबीर में दोपहर में पत्नी को लालटेन जलाने को कहा…
एक बार संत कबीर से मिलने एक सज्जन आए। उन्होंने बताया कि "मेरा मेरी पत्नी के साथ रोज विवाद होता है, इस कारण मैं बहुत परेशान रहता हूं। मेरी यह परेशानी कैसे दूर हो सकती है?"
कुछ देर तक संत कबीर चुप रहे और फिर उन्होंने अपनी पत्नी को आवाज लगाकर कहा कि "लालटेन जलाकर लाओ।"
पत्नी ने ऐसा ही किया। वह आदमी सोचने लगा कि दोपहर के समय कबीरजी ने लालटेन क्यों जलवाई है?
कुछ देर बाद कबीर ने पत्नी को आवाज देकर कहा कि " खाने के लिए कुछ मीठा दे जाना।"
कुछ देर बाद उनकी पत्नी मीठे के बजाय नमकीन देकर चली गई।
कबीर ने उस व्यक्ति से पूछा "क्या तुम्हें तुम्हारी परेशानी का हल मिला?"
उस व्यक्ति ने कहा " नहीं, मेरी तो कुछ समझ में नहीं आया।"
कबीर ने कहा कि "जब मैंने पत्नी से लालटेन मंगवाई तो वो ये बोल सकती थी कि दोपहर में लालटेन की क्या जरूरत है? लेकिन उसने ऐसा नहीं कहा। उसने सोचा कि किसी जरूरी काम के लिए ही लालटेन मंगवाई होगी।"
"जब मैंने मीठा मंगवाया तो मेरी पत्नी नमकीन देकर चली गई। हो सकता है घर में कुछ मीठा न हो, ये सोचकर मैं चुप रहा।"
कबीर ने उस व्यक्ति से कहा "यही दांपत्य जीवन की सफलता का रहस्य है। पति-पत्नी के बीच तालमेल होना बहुत जरूरी है। दोनों को एक-दूसरे की बातें समझनी चाहिए। तभी वैवाहिक जीवन खुशहाल रह सकता है।"
संत कबीर ने इस तरह उस व्यक्ति को सुखी वैवाहिक जीवन का सूत्र दिया।
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