लखीमपुर। जनजातीय गौरव वर्ष के अंतर्गत लखीमपुर जिले के साबोटी, बगीनदी और मोइनापारा क्षेत्रों में जागरूकता तथा नामांकन शिविरों का आयोजन सफलता के साथ किया गया।
इन शिविरों में श्री गौरव धनखड़, ASO, IFD, जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार; श्री प्रणव जित काकति, अपर आयुक्त, लखीमपुर; श्रीमती कोकिला गोगोई, अतिरिक्त उपायुक्त एवं 'धरती आबा' अभियान की नोडल अधिकारी; संबंधित विकास खंडों के खंड विकास अधिकारी, PRI सदस्यों तथा बरबिल, मोइनापारा और माजगांव ग्रामवासियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
शिविरों के दौरान उपस्थित लोगों को योजनाओं के प्रति जागरूक किया गया तथा पात्र लाभार्थियों का नामांकन सुनिश्चित किया गया। इसके अतिरिक्त नौबैछा, रंगानदी, ढकुवाखाना और घिलामारा विकास खंडों में भी इस अभियान का सफलतापूर्वक संचालन हुआ।
स्वास्थ्य, सामाजिक कल्याण, कृषि, वन आदि विभागों के साथ-साथ वित्तीय संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भी इन शिविरों में भाग लेकर इसे सफल बनाया। लाभार्थियों के लिए आधार नामांकन की भी व्यवस्था की गई।
लखीमपुर कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक के नेतृत्व में कृषकों के साथ एक विशेष संवादात्मक बैठक का आयोजन भी हुआ, जिसमें कृषि और ग्रामीण विकास से जुड़े विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
शिविरों में जनजातीय समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की मनमोहक प्रस्तुति ने आयोजन को और अधिक आकर्षक बना दिया। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से जनजातीय समाज के गौरवशाली जीवन एवं परंपराओं का जीवंत प्रदर्शन देखने को मिला।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें