जोरहाट। जोरहाट जिला के निमातीघाट के पास ब्रह्मपुत्र नद में बुधवार की शाम को टिपकाई नामक जहाज और एक फेरी (यंत्र चालित नाव) मां कमला के बीच आमने-सामने की टक्कर हो गयी। हादसे के बाद मां कमला नामक फेरी नद में डूब गयी। माना जा रहा है कि फेरी में कुल 120 यात्री सवार थे। राहत और बचाव कार्य के लिए मौके पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम के साथ ही जिला प्रशासन की टीम पहुंच गयी है। नद में बहुत से लोगों के डूबने की आशंका जतायी गयी है।
गुवाहाटी स्थित प्रथम एनडीआरएफ के सूत्रों ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर मौजूद एनडीआरएफ की एक टीम रवाना कर दी गयी है, जबकि गुवाहाटी से भी एक टीम रवाना की गयी है। दोनों फेरी पर यात्रियों के साथ ही वाहन और अन्य सामग्री के होने की जानकारी मिली है। जो नाव नद में डूबी है, उसमें कुल 120 यात्री सवार थे। जानकारी के अनुसार 15 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया है जो नाव नद में डूबी है वह माजुली से निमातीघाट की ओर जा रही थी।
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने निमतीघाट के पास हुए दर्दनाक नाव हादसे पर गहरी चिंता जताई है।
मुख्यमंत्री ने जोरहाट और माजुली जिला प्रशासन को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के सहयोग से बचाव और राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने घटना का जायजा लेने के लिए मंत्री विमल बोरा को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया है। साथ ही प्रमुख सचिव समीर कुमार सिन्हा को स्थिति पर नजर रखने काे कहा है। मुख्यमंत्री डॉ. सरमा स्वयं गुरुवार को निमतीघाट पहुंचेंगे और स्थिति का जायजा लेंगे। (हि.स.)
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