ओमप्रकाश तिवारी व राजेश राठी
निष्पक्ष जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज
लखीमपुर। लखीमपुर मेडिकल कॉलेज के तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की लिखित परीक्षा के परिणाम की घोषणा कल बुधवार को की गई। लिखित परीक्षा के परिणामों में व्यापक अनियमितताओं के आरोप सामने आ रहे हैं, जिसे लेकर तीव्र प्रतिक्रया देखी जा रही है। व्यापक अनियमितताओं के साथ प्रकाशित सूची के खिलाफ विरोध की लहर है। मालूम हो कि मुख्यमंत्री ने लखीमपुर मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए गर्व के साथ इसकी घोषणा की थी कि लखामपुर चिकित्सा महाविद्यालय में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के रूप में सतशं प्रतीशत लखीमपुर के स्थानी युवाओं को नैकरी दी जाएगी। लेकिन लिखित परीक्षा के परीणामों में स्थानीय युवाओ के वंचित होने को लेकर जिले में काफी विवाद है। इसके विपरीत लखीमपुर के बाहर के युवाओं को ही सूची में शामिल किया गया है। कई पद ऐसे हैं जहां कई पदों के सामने एक ही नंबर दर्ज है। ऐसा भी देखा गया एक ही अभ्यर्थी 17 पदों पर नौकरी के लिए योग्य पाया गया । एक ही रौल नंबर 9 पदों पर भी पाया गया ।कहीं कहीं एक ही पदों के लिए एक रोल नंबर दो से तीन बार प्रकाशित हुआ है। इसके अलावे सोशल मीडिया पर यह बात भी फैली कि किसी विद्यार्थी ने कुछ ना लिखा हुआ ओएमआर शीट जमा किया था वह भी परीक्षा में सफल करार पाया गया है। इस बीच असम जातीय युवा वाहिनी, असम चाय जनजाति छात्र संस्था, आम आदमी पार्टी और अन्य संगठनों ने लखीमपुर मेडिकल कॉलेज की भर्ती प्रक्रिया में व्यापक अनियमितताओं का आरोप लगाया है। और ऐसी भर्ती की सीबीआई जांच की मांग असम जातीय युवा वाहिनी केंद्रीय समिति के साधारण सचिव निर्मल पायेंग ने की है। इसी तरह असम चाय जनजाति छात्र संस्था के केंद्रीय समिति के साधरण सचिव सुनील तिर्की, लखीमपु जिला समिति के साधारण सचिव चंद्र गढ आदि ने घोषित तालिका में चाय जनजजाति के एक भी युवक युवती शामिल नहीं किए जाने की तीव्र निंदा की है। तिर्की ने कहा कि मुख्यमंत्री ने चाय आदिवासी क्षेत्रों के युवाओं को भर्ती में जगह देने का वादा किया था। आम आदमी पार्टी ने भी मेडिकल भर्ती घोटाले की जांच की मांग की है।
दुर्नीति विरोधी युवा शक्ति असम ने दर्ज कराई प्राथमिकी
दुर्नीति विरोधी युवा शक्ति असम के संस्थापक अध्यक्ष धर्मा गोगोई ने लखीमपुर मेडिकल कॉलेज मे तृतीय और चतुर्थ पद पर नियुक्ति में होने वाले धांधली के विरुद्ध लखीमपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है ।संवाददाताओं को संबोधित करते हुए गोगोई ने कहा यह बड़े ही शर्म की बात है कि सत्ताधारी सरकार द्वारा इस तरह नियुक्ति के मामले में धांधली कर योग्य बेरोजगार युवकों को प्रताड़ित किया जा रहा है ।उन्होंने कहा कि अगर स्थानीय पुलिस स्तर पर जांच संतोषप्रद नहीं हुआ तो वह उच्चतम न्यायालय तक का दरवाजा खटखटाएंगे। साथ ही साथ उन्होंने संबंधित अभ्यार्थियों से आगे बढ़कर इस अनियमितता के खिलाफ आंदोलन छेड़ने का आग्रह किया है।
आसू तथा ऐजेवाईसीपी ने जलाया मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री का पुतला
अखिल असम छात्र संस्था कि लखीमपुर आंचलिक शाखा तथा ऐजेवाईसीपी में अलग-अलग स्थानों पर मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा तथा स्वास्थ्य मंत्री केशव महंत का पुतला जलाकर लखीमपुर चिकित्सा महाविद्यालय में होने वाले इस अनियमितता का विरोध प्रदर्शन किया । सदस्यों ने सरकार से निष्पक्ष जांच करा कर उचित बेरोजगार युवकों को नियुक्ति दिलवाने की मांग की।
विधायक मानव डेका ने दिया स्पष्टीकरण
लखीमपुर चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी की नियुक्ति को लेकर लखीमपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक मानव डेका पर उछाले गए बदनामी के कीचड़ पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए विधायक मानव डेका ने संवाददाताओं के समक्ष स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा की उक्त परीक्षा में नौकरी पाने वाले अभ्यर्थी अपने योग्यता के आधार पर नौकरी पाए हैं ना कि विधायक के परिचय के आधार पर ।उन्होंने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली बातें कि विधायक के परिवार के साथ संबंध रखने और उनके घर में काम करने वाले लोगों को नौकरी मिली है ,असत्य और तथ्य बिहीन है। उन्होंने संवाददाताओं से नौकरी प्राप्त करने वाले जिन अभ्यर्थियों का संबंध उन से जोड़ा जा रहा है उनके बारे में पूरी तरह जांच कर करने का अनुरोध किया है।
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