ओम प्रकाश तिवारी व राजेश राठी
गौ माता पूजन के पश्चात संपन्न हुआ 1004 जोड़े का सामूहिक विवाह
लखीमपुर। धर्म नगरी लखीमपुर शहर के त्याग क्षेत्र में लखीमपुर जिला विवाह संस्कार समिति के तत्वाधान में उत्तराखंड के "द हंस फाउंडेशन" के सहयोग से एक साथ 1004 जोड़े दांपत्य का सामूहिक विवाह संस्कार विधि बिधान से संपन्न हुआ। उक्त 1004 जोड़े दांपत्य का सामूहिक विवाह संस्कार मे 560 जोड़ो का विवाह वैदिक अर्थात हवन के माध्यम से जिसके लिए समिती की ओर से कुल 84 यज्ञ कुंड का निमार्ण किया गया था उसके अलावा बिधी पाठ से 122जोड़ो का, मिसिंग जनगोष्टि के नीति नियम के अनुसार 244 जोड़ो का तथा सोनोवाल जनगोष्टी व अनन्या के नीति नियम के अनुसार 78 जोड़ो का सामूहिक विवाह एक साथ गौ माता के पूजन के पश्चात मांगलिक मंत्र उच्चारण एवं नाम कीर्तन के साथ संपन्न किया गया। द हंस फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस सामूहिक विवाह में जिन जोड़ों को हवन के द्वारा विवाह संस्कार स्वीकार्य था उनका विवाह हवन यज्ञ द्वारा और जिन जोड़े को नाम कीर्तन व अपने समाज की परंपरा के अनुसार स्वीकार था अर्थात मान्य था उनका विवाह उसी पद्धति के अनुसार संपन्न कराया गया ।आज आयोजित इस सामूहिक विवाह में दा हंस फाउंडेशन के संस्थापक भोले जी महाराज और माता मंगला जी मौसम खराब होने के बावजूद भी अपने विशेष चार्टर विमान से नव विवाहित 1004 दंपतियों को आशीर्वाद देने लखीमपुर के त्याग क्षेत्र में उपस्थित थे। 1004 नवविवाहित दंपतियों को आशीर्वाद देने के लिए भोले जी महाराज और माता मंगला जी के अलावा माहोरा सत्र के सत्राधिकार विष्णु देव गोस्वामी, बोटागोया सत्र के सत्राधिकार भोभो देव गोस्वामी भी विशेष रूप से उपस्थित थे जिन्हें समिति की ओर से हाथी और गायन गायन के साथ लाल गलीचा बिछा कर भभ्य स्वागत किया गया। आज के इस सामूहिक विवाह संस्कार के मंच पर उपस्थित भोले जी महाराज, माता मंगला जी,माहोरा और बोटागोया सत्र के सत्राधिकार, लखीमपुर जिला उपायुक्त सुमित सत्तावन, लखीमपुर पुलिस अधीक्षक वेदांत माधव राजखोवा, समिती के अध्यक्ष डॉ सुरेश दत्त, सलाहकार दिलीप झा, सचिव भोभो बुरागुहाई, प्रचार प्रमुख मोजिन सोनोवाल, के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
1004 जोड़ों का एक साथ विवाह का दृश्य अत्यंत ही रमणीय और शोभनीय रहा। ऐसा सुहावना दृश्य शायद हीं कभी कहीं देखने को मिले। प्रत्येक जोड़े को द हंस फाउंडेशन के तरफ से कपड़े से भरा एक बैग, एक नव विवाहित दांपत्य जीवन को उसके घर में काम आने वाले सारे बर्तन, दुल्हन और दूल्हे के लिए शादी के कपड़े का जोड़ा, सिंगार का सामान, कंबल, तकिया ,मच्छरदानी आदि सभी सामग्री उपहार स्वरूप दिए गए । अर्थात शादी के बाद नव दांपत्य जोड़े को अपनी गृहस्थी बसाने में जिन जिन चीजों की आवश्यकता होती है वे सारी चीजें उपहार स्वरूप द हंस फाउंडेशन द्वारा प्रत्येक जोड़े को दी गई। आज के इस सामूहिक विवाह को देखने के लिए लोगों का जनसैलाब उमड़ा हुआ था।
उल्लेखनीय है कि आज के इस सामूहिक विवाह संस्कार का सारा खर्च द हंस फाउंडेशन द्वारा उठाया गया है । द हंस फाउंडेशन द्वारा संपन्न होने वाले इस सामूहिक विवाह समारोह को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए एक लखीमपुर जिला विवाह संस्कार समिति का गठन किया गया था। यह समिति अपने देखरेख में समुचित आयोजन की व्यवस्था कर रही थी। आज के इस सामूहिक विवाह समारोह के सफल आयोजन पर लखीमपुर विवाह संस्कार समिति के अध्यक्ष डॉ सुरेश दत्त, सलाहकार दिलीप कुमार झा, सचिव भवबरगोहाई , तपन बेजबरुआ, मोजीन सोनोवाल, व इस विवाह से जुड़े सभी कार्यकर्ताओं की ब्यवस्था मूलक कार्यों की आम जनता ने भूरी भूरी प्रशंसा की है। मालूम रहे की द हंस फाउंडेशन के सहयोग से लखीमपुर जिला विवाह संस्कार समिति के तत्वधान में 3 अगस्त 2022 से लेकर आज तक लखीमपुर जिले में कुल 2108 जोड़ो का विवाह सामूहिक रूप से करवाया जा चुका है। सामूहिक विवाह के अलावा द हंस फाउंडेशन देश के विभिन्न अनुष्ठान प्रतिष्ठानों के लिए सामाजिक कार्य निरंतर करती आ रही है। द हंस फाउंडेशन ने कोरोना जैसी महामारी के समय भी बढ़-चढ़कर लोगों की मदद की उसके अलावा शिक्षा से वंचित क्षेत्रों में कई जगहों पर विद्यालयों का निर्माण करवाया, असहाय और गरीब लोगों की निशुल्क हार्ट सर्जरी भी यह संस्था करवा रही है, गरीब विद्यार्थियों को समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ने के लिए तथा उनका भविष्य उज्जवल करने के लिए ही मुफ्त में पुस्तकों का वितरण भी यह संस्था करती आ रही है तथा चिकित्सा के क्षेत्र में पिछड़े हुए गांवो में द हंस फाउंडेशन चिकित्सालय इत्यादि बनाकर दवाइयां मुहैया करवाकर अहम भूमिका निभाती आ रही है।
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