निखिल कुमार मुन्दड़ा
होजाई। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर अपना मंच के बैनर तले स्थानीय शिव बाड़ी रोड स्थित शिव मंदिर परिसर में हर्षोल्लास के साथ वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर नीम, बेल, अमरुद, जामुन, कनेर फूल और केले के पौधे लगाए गए। उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अपना मंच के मुख्य सलाहकार व होजाई गर्ल्स कॉलेज के बांग्ला विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पियूष नंदी, अतिथि के रूप में अपना मंच के सलाहकार व रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनोज कुमार स्वामी उपस्थित थे। इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष व अपना मंच के सलाहकार अशोक केजड़ीवाल, समाजसेवी - शिवशंकर बोरा, विकास चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार रमेश मुंदड़ा, राष्ट्रभाषा हिंदी हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक शिवदयाल सिंह भी सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित राजेश तिवारी ने मंत्रोच्चार के साथ करवाया। तत्पश्चात सभी अतिथियों व अपना मंच के सदस्यों ने अपने हाथों से एक-एक पौधा लगाया। इस अवसर पर अपना मंच के संस्थापक निखिल कुमार मुंदड़ा ने सभी अतिथियों का असमिया पुलावम गमछे से सम्मान करवाया। इस दौरान मुंदड़ा ने अपने संबोधन से सभी को अवगत कराया कि अपना मंच विगत दो-तीन सालों से छोटे रूप में लगातार विविध प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करता आ रहा है। जिसमें वृक्षारोपण, पर्यावरण के प्रति जागरूकता, स्वच्छ परिवेश व साइकिलिंग के फायदे आदि प्रमुख है। उन्होंने बताया कि आगे कई प्रकल्प हाथ में लिए जाएंगे व सभी के सहयोग की कामना की। इस दौरान उपस्थित सभी अतिथियों ने कहा वर्तमान समय में वृक्षारोपण अति आवश्यक व समय की मांग है। डॉ. पियूष नंदी ने अपने संक्षिप्त वक्तव्य में वृक्षों को पर्यावरण का महत्त्वपूर्ण हिस्सा बताते हुए कहा कि असुरक्षित पर्यावरण धरती पर रहने वाले सभी जीवों के लिए हानिकारक है। अतः आवश्यक है कि पर्यावरण को संतुलित और सुरक्षित बनाने के लिए अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाए जाएँ। डॉ. मनोज कुमार स्वामी ने अपने संबोधन में कहा कि जीवन की दृष्टि से पर्यावरण मानव के लिए सर्वोच्च जरुरत है। जल, जंगल और जमीन तीनों उसके प्रमुख आधार हैं। पर विकास के आधुनिक मॉडल ने जीवन के इन तीनों आधारों को लील कर सब कुछ उजाड़ दिया है। जंगल जलवायु परिवर्तन के कुप्रभावों को कम करने की क्षमता रखते हैं। इसलिए जलवायु में सुधार के लिए वृक्षारोपण आवश्यक है। अशोक केजड़ीवाल ने पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण को अहम बताते हुए कहा कि जीवनदायनी ऑक्सीजन का एकमात्र स्त्रोत वृक्ष ही हैं। मानव जीवन वृक्षों पर ही निर्भर है। यदि वृक्ष नहीं रहेंगे तो धरती पर जीवन संकट में पड़ जाएगा। इसके अलावा श्री शिवशंकर बोड़ा और शिवदयाल सिंह ने भी सभा को संबोधित किया। दोनों वक्ताओं ने एक स्वर में बढ़ते प्रदूषण व बदलते वातावरण को देखते हुए वृक्षारोपण को ही एकमात्र विकल्प बताया जिससे हम खुशहाल जिंदगी जी सकते हैं व आने वाली पीढ़ी के लिए एक स्वच्छ वातावरण तैयार कर सकते हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी वक्ताओं ने अपना मंच के उक्त कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए अपना मंच के साथ सदैव खड़े रहने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम के दौरान अपना मंच के सक्रिय सदस्य विशाल चौधरी, शुभम केजरीवाल ने अपना पूर्ण सहयोग दिया। उक्त कार्यक्रम की विशेषता यह थी कि सुबह 6:00 बजे आयोजित होने के बावजूद इसमें 5 वर्षीय सूरज सिंह व आर्यन सिंह भी अपने अभिभावक के साथ उपस्थित हुए व वृक्षारोपण करने के लिए काफी उत्साहित दिखे जोकि समाज के लिए शुभ संकेत हैं। कार्यक्रम में शिव मंदिर के मुख्य पुजारी मार्कंडेय तिवारी ने भी अपना पूर्ण सहयोग दिया। गौरतलब है, कार्यक्रम का समापन अपना मंच के सह-संस्थापक विशाल चौधरी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।।
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