गुवाहाटी। गुवाहाटी महानगर के सभी इलाके वैसे तो हर वक्त जाम से त्रस्त रहते हैं। फैंसी बाजार , आठगांव, कुमारपारा यह क्षेत्र तो जाम की समस्या के लिए जाने जाते हैं। लेकिन आज जो जाम की भयंकर स्थिति देखने को मिली वह भविष्य में एक चिंताजनक कारण को दर्शाता है। आज शाम 4 बजे के आसपास आठ गांव गणेश मंदिर से लेकर शराब भट्टी चारअली तक जो जाम की भयंकर स्थिति पैदा हुई उसके चलते हर व्यक्ति को अपने गंतव्य स्थल पहुंचने में एक से डेढ़ घंटा लग गया।इसका मुख्य कारण मारवाड़ी हॉस्पिटल के पास नीलकंठ महादेव मंदिर का चौराहा था। जहां चारों ओर के बाहर इस तरह से आपस में उलझ गए कि किसी भी सूरत में जाम की समस्या से निजात पाना मुश्किल हो गया। धीरे-धीरे जाम की लंबी लाइन लगती गई और लोग जाम में फंसते चले गए। इसका दूसरा नजारा शाम को 6बजे कुमारपारा पाचली पर देखने को मिला।उसी नीलकंठ महादेव चौराहे से लेकर कुमार नर्सिंग होम तक एवं कुमारपारा चाराली के सभी रस्ते में जाम में वाहन इस तरह उलझ गए कि उनका निकल पाना कठिन हो गया। परिणाम स्वरूप लोगों को अपने निश्चित स्थान के लिये 5 मिनट की दूरी 1 से डेढ़ घंटे में तय करनी पड़ गई ।गौर से देखने पर पता चला कि यातायात परिवहन विभाग के पुलिसकर्मी जाम की समस्या सुलझाने में असमर्थ पाकर अपने उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी। तत्काल भडरलूमुख थाने से ट्रैफिक पुलिस के लोगों ने मोर्चा संभाल लिया और लोगों को व्यवस्थित कर जाम को खुलवाने में सहयोग दिया। इन सभी कारणों से यही बात सामने आई है कि जाम की समस्या स्वयं हम ही पैदा करते हैं। वाहन को जल्दी निकालने के चक्कर में इस तरह से उलझा कर रख देते हैं कि दोनों तरफ के वाहन आमने सामने आकर उलझ कर खड़े हो जाते हैं। कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं रहता है। सभी लोग ट्रैफिक पुलिस को दोष देते नजर आ रहे थे मगर उन्हें यह पता नहीं था कि उनकी स्वयं की गलती से ही वहां वह फंसा हुआ है। माना कि रास्ते काफी संकरे हैं और रास्ते के दोनों तरफ पार्किंग एवं छोटी-छोटी दुकानों ने भी इस समस्या को जन्म दिया है। लेकिन समस्या का हल भी जनता के पास ही है। अगर गंभीरता से सभी इस विषय पर सोचे तो जाम की समस्या आदि सुलझ सकती है।
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