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संगीत यात्रा द्वारा सुर और स्वर के जरिए शांति और समन्वय कार्यक्रम आयोजित

 


गुवाहाटी। संगीत यात्रा नामक सांस्कृतिक संस्था द्वारा असम में शांति और भातृत्व की मानसिकता प्रज्वलित करने के लिए सुर और स्वर के द्वारा दिघोलीपुखुरी उद्यान में एक कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें कई सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के संयोजक संदीप चमडिया ने बताया कि संगीत यात्रा एक ऐसा अनुष्ठान है जो समय समय पर असम की जो भी ज्वलंत समस्याएं हैं ,उनको अपने तरीके से समाज के सामने रखने का प्रयास करती है। आज का विशेष कार्यक्रम असम की वर्तमान स्थिति में मिलजुल कर कैसे एक साथ रह सकते हैं एवं हमारे बीच कोई भी हिंसा का वातावरण न हो तथा हम सभी भाईचारे से रह सके इसी उद्देश्य से आयोजित किया गया है।इससे पहले कवि और साहित्यकार किशोर जैन काला ने अपने उद्घाटन संबोधन से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में संदीप चमडिया के गाए भूपेन हजारीका के गीतों पर चित्रकार परेश भुंंईया ने चित्रांकन कर सबको चकित कर दिया। प्रसिद्ध कवि नीलम कुमार ने कविता पाठ किया और सुरेश रंजन गोदुका ने शांति और समन्वय विषय पर अपना संबोधन दिया।देेवजीत गोस्वामी ने वायलिन पर असम का जातीय गीत की धुन बजाई। कार्यक्रम में पूर्वोत्तर प्रदेशीय मारवाड़ी सम्मेलन के प्रांतीय अध्यक्ष कैलाश काबरा, महामंत्री विनोद लोहिया, उपाध्यक्ष मुख्यालय रमेश चांडक,सह मंत्री मनोज काला, मायुमं के प्रांतीय अध्यक्ष पंकज जालान, मायुमं गुवाहाटी ग्रेटर शाखा के पूर्व अध्यक्ष गौतम गोयंका, घनश्याम लाडिया, राजेश मोर, कांता अग्रवाल, कंचन केजडीवाल के अलावा अन्य कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन नलबाड़ी के जितेंद्र जैन ने किया।

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